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Haryana Weather Update: हरियाणा में दो दिन बूंदाबांदी के आसार फिर लू का करना होगा सामना

मौसम विशेषज्ञ डा. मदन खिचड़ ने बताया कि बुधवार को तेज हवाएं चलने गरज चमक के साथ कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी होने तथा 8 अप्रैल से फिर से राज्य में मौसम खुश्क संभावित है। इसके साथ ही बादलवाई के कारण अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास ही रहने की संभावना है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 05:59 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 05:59 PM (IST)
आज रात पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हिसार में बारिश आ सकती है

हिसार, जेएनएन। हरियाणा में मौसम लगातार बदल रहा है। कभी गर्मी बढ़ जाती है तो कभी तेज हवा चलने से मौसम में गर्मी कम हो जाती है। बीते दो दिनों से इसी तरह का मौसम बना हुआ है। मंगलवार रात को भी बहुत तेज हवाएं चली और रात के वक्‍त मौसम सुहाना हो गया। बुधवार को सुबह भी मौसम ठीक रहा, मगर दिन में फिर से गर्मी बढ़ गई। अब रात के वक्‍त फिर से मौसम बदलने के आसार हैं। इस तरह का मौसम नौ मार्च तक बनने रहने के आसार हैं। इसके बाद फिर से लू का सामना करना होगा।

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वहीं इस बार हरियाणा में गर्मी अपना ही रिकार्ड तोड़ते नजर आ रही है। मार्च के जाते-जाते गर्मी ने पिछले 11 वर्ष का रिकार्ड तोड़ा है। 30 मार्च को हिसार में अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मार्च माह में इससे अधिक गर्मी वर्ष 2010 में 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। गर्मी का यह रूप अप्रैल के पहले सप्ताह में भी दिख रहा है। हालांकि मौसम विज्ञानियों ने बुधवार को पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के चलते छिटपुट बारिश होने का अंदेशा जताया है। वहीं मंगलवार के तापमान की बात करें तो प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान नारनौल में 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं हिसार में 37.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से आज हो सकती है बूंदाबांदी

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि बुधवार को तेज हवाएं चलने, गरज चमक के साथ कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी होने तथा 8 अप्रैल से फिर से राज्य में मौसम खुश्क संभावित है। इसके साथ ही बादलवाई के कारण अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास ही रहने की संभावना है।

फसलों के लिए नुकसानदायी है बारिश

वर्तमान में गेहूं की फसल की कटाई चल रही है। ऐसे में चलने वाली तेज हवा और बारिश फसल के लिहाज से नुकसानदायी है। भीगने से गेहूं की फसल जमीन पर गिर जाएगी तो वहीं मंडियों में खुले में पड़ी फसलों का भी भीगने का डर है। गेहूं की फसल के लिए तेज हवा भी काफी नुकसानदायी है।


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