Haryana Weather Update: हरियाणा में यास और टाक्टे से एडवांस चला मानसून मगर पश्चिमी विक्षोभने रोकी रफ्तार, जानें अब आगे क्या
हरियाणा में मानसून की सक्रियता 9 से 10 जुलाई के आसपास रहने के आसार हैं। तब मानसून की बारिश देखने को मिलेगी। इस बार मानसून को बढ़ाने का काम चक्रवातों ने जरूर किया। जानें इससे पहले क्या स्थिति रहेगी
जागरण संवाददाता, हिसार। हरियाणा में जिन दिनों में बारिश के कारण मौसम में नमी आने लगती है उन दिनों में इस बार गर्मी चरम पर है। तापमान भले ही 43 डिग्री है मगर दिन और रात के तापमान के बीच अंतर कम होने से धूप और गर्म हवाएं झुलसा रही है। हरियाणा में आमतौर पर 25 जून के आसपास मानसून आता है। मगर इस बार आठ दिन बीतने के बावजूद मानसून का कोई अता पता नहीं है। मानसून की बारिश न होने के कारण हमें गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही कृषि भी प्रभावित हो रही है। इसको समझने के लिए मानसून के पूरे चक्र को समझने का आवश्यकता है।
दरअसल बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में आए यास व टाक्टे तूफान के कारण वातावरण में पहले से ही नमीभरी हवाएं मौजूद थी। ऐसे में तीन जून को जब केरल में आया तो इन हवाओं के संपर्क मे आकर एडवांस हो गया। इन हवाओं ने मानसून को तेजी से आगे बढ़ाने का काम किया। और कुछ ही दिनों में मानसून उत्तरी हरियाणा तक भी पहुंच गया। यहां तक कि 19 जून के आसपास अंबाला के निकट मानसूनी टर्फ रेखा भी बन गई। मगर जितनी तेजी से मानसून आया उतनी ही तेजी से चला भी गया।
पश्चिमी विक्षोभ ने रोके मानसून के कदम
मानसून सक्रिय नहीं हो पाया उसका कारण था कि हरियाणा में लगातार पश्चिमी विक्षोभ प्रभाव छोड़ रहे थे। यह अपने साथ पश्चिमी हवाएं भी लेकर आते हैं। यहां ऊपर भी पश्चिमी हवाएं चल रही थी तो उन्होंने भी मानसून की नमी को रोकने का काम किया। जिसके कारण मानसून रुक गया। जब मानसून रुक गया तो मानसूनी हवाएं हिमालय की तलहटी की तरफ बढ़ गईं। जबकि यह उनका रास्ता नहीं था। अब मानसून के अनुकूल परिस्थितियां बनती दिख रही हैं। जिससे आने वाले दिनों में छिटपुट बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि मानसून सक्रिय नहीं हो रहा है।
अगले सप्ताह तक मानसून होगा सक्रिय
मानसून की सक्रियता 9 से 10 जुलाई के आसपास रहने के आसार हैं। तब मानसून की बारिश देखने को मिलेगी। इस बार मानसून को बढ़ाने का काम चक्रवातों ने जरूर किया। आज रात से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है और गर्मी हल्की कम होने के आसार हैं। पांच जुलाई तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा और उत्तरी हरियाणा में बारिश होने की संभावना भी बनी रहेगी। अभी तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है। गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों से चक्रवात हमारे मौसम चक्र को प्रभावित कर रहे हैं। जिसके कारण मौसम ही नहीं बल्कि फसल चक्र भी प्रभावित हो रहा है।