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Haryana Monsoon News: हरियाणा में रुक रुक कर हो रही बारिश, 5 सितंबर तक ऐसे ही बना रहेगा मौसम

कृषि मौसम विज्ञान विभाग अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाब के क्षेत्र व साथ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से दो दिनों में मानसून टर्फ दक्षिण की और नीचे की तरफ आने की संभावना से हरियाणा में मौसम में बदलाव हुआ है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 02 Sep 2021 04:59 PM (IST)Updated: Thu, 02 Sep 2021 04:59 PM (IST)
Haryana Monsoon News: हरियाणा में रुक रुक कर हो रही बारिश, 5 सितंबर तक ऐसे ही बना रहेगा मौसम
हरियाणा में दूसरे दिन भी एनसीआर सहित हिसार और भिवानी में जोरदार बारिश

जागरण संवाददाता, हिसार। दक्षिण पश्चिम मानसून में प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हो रही है। हिसार, गुरुग्राम, भिवानी सहित अन्य जिलों में बारिश सुबह तक होती रही। इस दौरान बीते 24 घंटे में सबसे अधिक गुरुग्राम में 41 एमएम तो भिवानी में 12 एमएम, हिसार में 10 एमएम व रोहतक में 9 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पांच सितंबर तक बारिश आने की उम्मीद है। गौरतलब है कि दक्षिण पश्चिम मानसून में बारिश के आसार पांच सितंबर तक है। मानसून उत्तरी और दक्षिणी हरियाणा में अधिक सक्रिय है।

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बुधवार को भी प्रदेश में भिवानी में बीते 24 घंटे में सर्वाधिक 84 मिलीमीटर गुरुग्राम में 64.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। इस बारिश के कारण भिवानी में दिन का तापमान जो अभी भी झुलसा रहा था वह बुधवार को आठ डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया था। बारिश के चली ठंडी हवाओं के कारण प्रदेश में दिन का तापमान में भारी कमी दर्ज की गई है। हिसार में कल से अभी तक नौ मिलीमीटर बारिश हो चुकी थी।

बारिश का फसलों पर प्रभाव

बारिश का फायदा फसलों को भी हो रहा है। धान के लिए यह बारिश काफी अच्छी है। इसके साथ ही फसलों को जलने से भी बारिश बचाने का काम करेगी। क्योंकि पिछले कई दिनों से तापमान लगातार बढ़ रहा था। मौसम विज्ञान विभाग ने किसानों को फसलों व सब्जियों की सिंचाई व रसायन का छिड़काव रोकने की सलाह दी गई है। हालांकि ग्वार की फसर में यह बारिश नमी लाने का काम करेगी जिससे फसल को नुकसान भी पहुंच सकता है। क्योंकि ग्वार में पहले से ही कई रोग लगे हुए हैं।

बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से हो रही बारिश

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाब के क्षेत्र व साथ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से दो दिनों में मानसून टर्फ दक्षिण की और नीचे की तरफ आने की संभावना से हरियाणा में मौसम में बदलाव हुआ है। इसके बाद पांच सितम्बर तक बीच-बीच में राज्य के उत्तर व दक्षिण क्षेत्र के जिलों में ज्यादातर स्थानों पर हवाओं व गरजचमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश परन्तु पाश्चिमी क्षेत्र के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। जिससे दिन के तापमान में गिरावट होने की संभावना है। इस दौरान उत्तरी व दक्षिण पूर्व हरियाणा के कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की भी संभावना है।


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