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Haryana Monsoon Alert: हरियाणा में फरीदाबाद, गुरुग्राम सहित एनसीआर पर मानसून मेहरबान, हिसार जोन में अभी भी इंतजार

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विज्ञानियों के अनुसार यह बारिश सभी फसलों के लिए लाभदायक है। अभी तक मानसून सक्रिय न होने के कारण सभी फसलों में पानी की आवश्यकता थी। मगर अब मानसून की बारिश इस जरूरत को पूरा करेगी।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 11:09 AM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 11:09 AM (IST)
Haryana Monsoon Alert: हरियाणा में फरीदाबाद, गुरुग्राम सहित एनसीआर पर मानसून मेहरबान, हिसार जोन में अभी भी इंतजार
हरियाणा में मानसून का प्रभाव तो देखने को मिली मगर सब जगह एक जैसी बारिश नहीं हुई है

जागरण संवाददाता, हिसार। मानसून ने हरियाणा को जरूर पानी से लबालब कर दिया हो मगर हिसार जोन अभी भी मानसून की पर्याप्त बारिश से अछूता है। दक्षिण पश्चिमी मानसून में इस बार खूब बारिश हुई है। छह जिलों को छोड़कर अन्य जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। हिसार में सामान्य से 17 मिलीमीटर बारिश अधिक हो चुकी है। वहीं प्रदेश के सभी जिलों को देखें तो झज्जर में सर्वाधिक 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। बीते बुधवार को यमुनानगर में 55.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। अंबाला, भिवानी, चंडीगढ़, फरीदाबाद, पंचकूला, यमुनानगर जिले ऐसे हैं जहां बारिश सामान्य से कम हुई है। वीरवार को मौसम सुबह से सुहाना दिखाई दिया। देर रात हुई बारिश का असर वीरवार को दिन में भी रहा। जिससे तापमान में कमी दर्ज की गई है।

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26 जुलाई तक बादलवाई और बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश की सभावना

अब आगे 26 जुलाई तक इसी प्रकार का मौसम रहेगा। बादलवाई के साथ बिजली चमकने की संभावना है। हिसार में पिछले 24 घंटे में दो मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। इसी प्रकार हल्की बारिश कुछ क्षेत्रों में होने की संभावना है। इसके साथ ही हल्की धूप निकलने से तापमान में भी हल्की बढ़ोतरी संभावित है।

बारिश फसलों के लिए लाभदायक

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विज्ञानियों के अनुसार यह बारिश सभी फसलों के लिए लाभदायक है। अभी तक मानसून सक्रिय न होने के कारण सभी फसलों में पानी की आवश्यकता थी। मगर अब मानसून की बारिश इस जरूरत को पूरा करेगी। विशेषकर धान की फसल के लिए बारिश काफी फायदेमंद है। किसान बारिश का फायदा उठाकर धान लगा सकते हैं। इसके साथ ही कपास की फसल में किसान जल निकासी का प्रबंध करें क्योंकि अधिक पानी जमा होने से फसल में नुकसान हो सकता है। ग्वार बाजरा बोने के इच्छुक किसान विश्वविद्यालय द्वारा रिकमंडेड बीजों का प्रबंध कर ले जब बारिश रुक जाए तब खेत को तैयार कर इसकी बिजाई करें।

इन छह जिलों में इतने फीसद कम हुई बारिश

अंबाला- 38

भिवानी- 12

चंडीगढ़- 38

फरीदाबाद- 6

पंचकूला- 70

यमुनानगर- 4

इस सीजन में प्रदेश में सर्वाधिक बारिश वाले जिले

अंबाला- 188

भिवानी- 91

चंडीगढ़- 197

चरखी दादरी- 180

फरीदाबाद- 157

फतेहाबाद-118

गुरुग्राम- 271

हिसार- 124

झज्जर- 316

जींद- 240

कैथल- 210

करनाल- 308

कुरुक्षेत्र- 235


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