22 साल पहले विमान हादसे का शिकार बनी कारेन की यादों से रूबरू होने यूके से दादरी पहुंची हैदा
12 नवंबर 1996 को दादरी शहर के ऊपर सऊदी अरब एयरलाइंस के यात्री विमान व कजाकिस्तान एयरलाइंस के मालवाहक विमान में टक्कर हो गई थी। दोनों विमानों में सवार सभी 349 लोगों की मौत हो गई थी
चरखी दादरी/जेएनएन। दोस्ती सच्ची हो तो दोस्त को कभी भुलाया नहीं जा सकता, ताउम्र दोस्त की यादें जेहन में घूमती रहती हैं। सच्ची दोस्ती का एक ऐसा ही उदाहरण हरियाणा के दादरी में देखने को मिला। जब 22 साल पहले विमान हादसे में अपनी दोस्त कारेन किम की यादों से रूबरू होने के लिए उनकी मित्र हैदा अपने पति निक के साथ यूके से दादरी पहुंची। इस दौरान उन्होंने अपनी मित्र कारेन किम के साथ हुए हादसे के बारे में जानकारी जुटाने के लिए दादरी नगर के समीपवर्ती गांव टिकाण कलां के खेतों में घटनास्थल के अलावा दादरी के चिडिय़ा मोड पर स्थित कब्रिस्तान का भी दौरा किया तथा आसपास के लोगों के साथ बातचीत की।
यूके में बतौर म्यूजिशियन व सिंगर काम करने वाले निक व वहां पर विश्वविद्यालय में कार्यरत हैदा हादसे के बारे में सुनकर, अपनी मित्र की कब्र के पास बैठकर काफी देर तक भावुक हुई। निक व हैदा ने बताया कि वे जल्द ही कारेन किम के परिजनों को भी साथ लेकर यहां पर आएंगे। दादरी में पहुंचने पर दादरी न्यायालय में बतौर क्लर्क कार्यरत डा. योगेश ने उन्हें घटना से संबंधित कई जानकारियां दी।
उसके बाद डा. योगेश उन्हें कब्रिस्तान में लेकर गए। वहां पर जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद सुवालिहिन तथा मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के सचिव कश्मीर, अन्य सदस्यों के अलावा पार्षद दिनेश जांगड़ा ने उन्हें कब्रिस्तान में कारेन किम की 67 नंबर कब्र को भी दिखाया तथा घटना से जुड़ी कई जानकारियां साझा की।
बता दें कि करीब 22 वर्ष पूर्व 12 नवंबर 1996 को दादरी शहर के ऊपर सऊदी अरब एयरलाइंस के यात्री विमान व कजाकिस्तान एयरलाइंस के मालवाहक विमान में टक्कर हो गई थी। इस हादसे में दोनों विमानों में सवार सभी 349 लोगों की मौत हो गई थी। इन्हीं 349 लोगों में यूनाइटेड किंग्डम की रहने वाली कारेन किम नामक महिला भी शामिल थी।
अपने पति निक के साथ विमान हादसे की जगह पर फोटो लेते हुए हैदा
दिल्ली से सऊदी अरब के लिए निकली थी कारेन किम
हैदा ने भावुक शब्दों में बताया कि उनकी मित्र कारेन किम दिल्ली से सऊदी अरब घूमने के लिए जा रही थी। लेकिन किम इस हादसे का शिकार हो गई थी। घटना के बाद से ही वह यहां पर आना चाहती थी। लेकिन अब वह पंजाब के अमृतसर में किसी समारोह में शिरकत करने के लिए आई थी। जिसके बाद वह अपने पति के साथ यहां पर पहुंची। हैदा यादों के तौर पर घटनास्थल पर खेतों में उगी सरसों की फसल से सरसों के फूल भी तोड़ कर अपने साथ ले गई। यहां से वापिस दिल्ली के लिए जाते समय दंपती हैदा व निक ने स्थानीय लोगों का जानकारियां देने के लिए भावुक हृदय से धन्यवाद भी किया।