फर्जी फर्म बना 18 करोड़ का व्यापार दिखा GST के नाम पर हड़पे 1.7 करोड़ रुपये Hisar news
भिवानी के गांव बामला में चल रही एक फर्जी फर्म द्वारा करीब 17 करोड़ 88 लाख रुपये से अधिक का व्यापार दिखाकर 1 करोड़ 7 लाख 57 हजार 856 रुपये का जीएसटी टैक्स हड़पने का मामला है।
भिवानी/हिसार, जेएनएन। बिजनेस से जुड़े मामलों में पारदर्शिता लाने के लिए लागू किए गए जीएसटी कानून के बावजूद लोग धांधली करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताला मामला भिवानी जिले का है। जहां इनकम टैक्स एवं कराधान विभाग की टीम की जांच में भिवानी के गांव बामला में चल रही एक फर्जी फर्म द्वारा करीब 17 करोड़ 88 लाख रुपये से अधिक का व्यापार दिखाकर 1 करोड़, 7 लाख, 57 हजार 856 रुपये का जीएसटी टैक्स हड़पने का मामला सामने आया है।
आयकर एवं कराधान विभाग की जांच रिपोर्ट के अनुसार भूपेंद्र नामक व्यक्ति ने गांव बामला में श्रीराम ट्रेडर्स के नाम से फर्म बनाई हुई थी, जिसका ऑनलाइन जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया। यह फर्म अनाज व अन्य माल दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में सप्लाई करती थी।
फर्म के प्रोपराइटर भूपेंद्र अहीरवाल ने वर्ष 2018-19 में फर्म का कारोबार 17 करोड़ 88 लाख 30 हजार 395 रुपये दिखाया, जिसका टैक्स 52 लाख 84 हजार 267 रुपये दो बार भरा हुआ दिखाया गया, जबकि आइजीएसटी टैक्स के नाम पर एक लाख 89 हजार 322 रुपये टैक्स अदा किया हुआ दिखाया गया है। भूपेंद्र अपने फर्म का पता गांव बामला में दिखाया था। जिस तीन मंजिला भवन का पता दिया था जांच में न तो फर्म का कार्यालय मिला और न ही वह तीन मंजिला भवन।
----जांच पूरी करने पर इस मामले की शिकायत सदर थाना पुलिस में की गई। पुलिस ने इस संबंध में आरोपित भूपेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। विभाग द्वारा अभी जांच की जा रही है। गबन की राशि अधिक हो सकती है।
- सहदेव प्रसाद, अधिकारी, जिला आयकर एवं काराधान विभाग भिवानी