पैसा सरकार खर्च करती है, कमा रहे हैं अंबानी और मित्तल: बीरेंद्र सिंह
केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह का अपने बिंदास अौर बेबाक बोल के कारण खास अंदाज रहा है। अपने दसी अंदाज में उन्होंने मुकेश अंबानी और सुनील मित्तल पर भी हमला कर दिया।
जेएनएन, हिसार। केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह का अपना ही अंदाज है। अपनी बेबाक बयानबाजी और टिप्पणी से वे किसी को भी निशाना बनाने से नहीं चूकते। ऐसा ही यहां हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हकृवि) के किसान दिवस पर आयोजित समारोह में देखने को मिला। उन्होंने कहा, सरकार इतना पैसा खर्च कर सेटेलाइट आसमान में छोड़ती है लेकिन इसका फायदा जियो वाला अंबानी और एयरटेल वाला मित्तल उठा रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत की 100 करोड़ की आबादी के पास मोबाइल फोन है। इस हिसाब से 500 रुपये का भी एक फोन बेच दिया तो बताओ कितने रुपये कमा लिए? नोटंबदी खिलाफत करने वालों पर भी बीरेंद्र जमकर अपने अंदाज में जकर बरसे। बोले, मेरे कन्ने भी किमे रपिये थे। मैं घर जाकर पूछया तो लुगाई बोली मेरे कन्ने किमे कौनी...। (मेरे पास भी कुछ ही रुपये थे। घर जाकर पूछा तो पत्नी बाेली की मेरे पास कोई रुपया नहीं है।)
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इसके बाद बीरेंद्र बोेले, बिना टेंशन के आराम से सोते है। लेकिन, कई पार्टियां के नेताओं की तो नींद उड़ रही थी। कई बोले मोदी ने मार दिया। मैं बोला मोदी न के छोरी ब्याहनी है, जो उसकी नींद उड़ेगी। बीरेंद्र ने कहा कि जो लोग विरोध करते हैं। उनका नाम नहीं लूंगा, 40 सालों से उस पार्टी में रहा हूं। इसलिए उनकी हकीकत बयां करना मुझे शोभा नहीं देता है।
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कुलपति को भी नहीं छोड़ा
बीरेंद्र बोले, कुलपति साहब , आपने उन्हें किसानों को बुलाया जो अच्छा कमा रहे हैं और पूरी तरह तैयार हैं। उन किसानों को भी बुलाते जो पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाए। आपने जिन्हें बुलाया है उनमें से तीन-चार तो मेरे ही रिश्तेदार हैं। किसान यूनियन के सदस्य भी यहां बैठे हैं। गेहूं के भाव 1500 रुपये से 3000 रुपये सरकार कर दे। उससे क्या हो जाएगा। किसान तो यू ही रहेंगे, भाव 3000 रुपये होने पर भी।
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बीरेंद्र सिंह ने कहा, दिल्ली में मेरे आवास पर बागपत के किसान मिलने आए। मैंने पूछा नोटबंदी में खाद पानी मिल रहा है या नहीं। किसान बोला खाद की तो छोड़ो लेकिन नोटबंदी में दिल्ली और गाजियाबाद के व्यापारी बड़े-बड़े थैले भरकर रुपये ला रहे हैं और पूछ रहे हैं कि खाते में ढाई लाख जमा करवा लो।