अमेरिका के बॉक्सर हरेरा को हराने वाले गोल्डन ब्वॉय अमित पंघाल से अभी बंधी और उम्मीदें
फ्रांस में शुरू हुए एलेक्सिस वास्टीन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में अमित ने शानदार आगाज करते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। यह प्रतियोगिता 28 से 30 अक्टूबर तक चलेगी। अभी अमित पंघाल से बड़ी उम्मीदें बनी हुई हैं। अमेरिका के बॉक्सर हरेरा को हराना बड़ी उपलब्धि है।
रोहतक, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय बाक्सर अमित पंघाल एक के बाद एक नए कीर्तिमान रचते जा रहे हैं। उन्होंने बुधवार रात को अमेरिका के बॉक्सर को हराकर एक बार फिर से हरियाणवी मुक्के का दम दिखाया है। फ्रांस में शुरू हुए एलेक्सिस वास्टीन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में अमित ने शानदार आगाज करते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। यह प्रतियोगिता 28 से 30 अक्टूबर तक चलेगी। अभी अमित पंघाल से बड़ी उम्मीदें बनी हुई हैं।
मायना गांव निवासी अमित पंघाल के चाचा राजनारायण ने बताया कि इसी साल मार्च में अमित को ओलंपिक कोटा मिला है। जिसके बाद लॉकडाउन में अमित ने गांव में ही रहकर फिटनेस पर ध्यान दिया।
52 किलोग्राम वर्ग में खेलने वाले अमित ने गांव में भी जमकर पसीना बहाया। लॉकडाउन के चलते इस भारतीय बॉक्सर को लंबे समय से कोई भी टूर्नामेंट खेलने को नहीं मिला। आने वाले टोकयो ओलंपिक को देखते हुए भारतीय खेल प्राधिकरण ने ओलंपिक कोटा प्राप्त इस बॉक्सर को ट्रेनिंग एवं आमंत्रित टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए यूरोप भेजा। एलेक्सिस वास्टीन मेमोरियल इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट के पहले दिन वर्ल्ड नंबर एक बाक्सर अमित पंघाल ने अमेरिका के बॉक्सर हरेरा को हराकर अपनी जीत की लय बरकरार रखी है।
कौन हैं अमित पंघाल
हरियाणा के रोहतक में जन्में अमित ने विश्व मंच पर अपने मुक्के की धमक से इतिहास के पन्नों में नाम दर्ज करा लिया है। अमित का जन्म 16 अक्टूबर 1995 को रोहतक के मैना में हुई था। 49 किलो भार वर्ग में खेलने वाले 23 साल के अमित अब 52 किलो भार वर्ग में बॉक्सिंग करते हैं।
अमित की बॉक्सिंग में उपलब्धि
साल 2017 में अमित के कामयाबी का सफर शुरू हुआ था। इस साल हुए एशियाई चैम्पियनशिप में उन्होंने 49 किग्रा वर्ग में भारत के लिए कांस्य पदक जीता था। इसी साल अमित ने विश्व चैंपियनशिप में डेब्यू किया और क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे में कामयाब रहे।
अमित ने बुल्गारिया में हुए स्ट्रांदजा मेमोरियल में स्वर्ण पदक अपने किया और फिर 2018 के एशियन गेम्स में अपना डंका बजाया। बैंकॉक में फाइनल मुकाबले में अमित ने रियो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट उजबेकिस्तान के हसनबॉय दुश्मातोव को हरा स्वर्ण पदक हासिल किया।