भगवान जीवों पर कृपा करने के लिए ही खुद को मनुष्य रूप में प्रगट करते हैं : सदानंद महाराज
संवाद सहयोगी, हिसार : श्री कृष्णा प्रणामी सेवा समिति द्वारा आयोजित राजपूत धर्मशाला सेक्टर-14 में श्र
संवाद सहयोगी, हिसार : श्री कृष्णा प्रणामी सेवा समिति द्वारा आयोजित राजपूत धर्मशाला सेक्टर-14 में श्रीमद् भागवत कथा के व्यासपीठ पर आसिन सदानंद महाराज ने कहा कि समस्त उपनिषदां का सार है ब्रह्म और आत्मा का एकस्वरूप। वही श्रीमद्भागवत का प्रतिपाद्य विषय है। भगवान जीवों पर कृपा करने के लिए ही अपने को मनुष्य रूप में प्रगट करते हैं। ऐसी लीलाएं करते हैं, जिसे सुनकर लोग भक्तपारायण हो जाता है।
समिति द्वारा आयोजन का मुख्य उद्देश्य है सेवा। महाराज द्वारा अनेक सेवा के परिकल्प चलाए जा रहे हैं। जिसमें, विकलांगो की सेवा, गरीब असहायों को पढ़ाना व योग्य बनाना, निर्धन कन्याओं की शादी, गौ सेवा अभियान, 51 गोशाला निर्माण कर गायों की सुरक्षा नन्दीशाला बनाकर गोवंश की रक्षा आदि है। इस अवसर पर अनिल कुमार, ओमप्रकाश, कृष्ण कुमार मित्तल, रमेश कुमार एवं विनित कुमार सहित अनेक लोग उपस्थित थे।