दुनिया के एक हजार विश्वविद्यालयों में स्थान पाना जीजेयू की गौरवपूर्ण उपलब्धि : राज्यपाल
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् नई दिल्ली के अध्यक्ष प्रो. अनिल डी. सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि 600 बीसी से 1200 एडी तक भारत में दुनिया के विश्वप्रसिद्ध विश्वविद्यालय तक्षिला और नालंदा थे।
जागरण संवाददाता, हिसार : राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा है कि विद्यार्थी देश का भविष्य होते हैं। देश के 100 व दुनिया के 1000 विश्वविद्यालयों में स्थान पाना जीजेयू की गौरवपूर्ण उपलब्धि का प्रत्यक्ष प्रमाण है। यह विवि ऊंचाइयों को छू रहा है। हरियाणा की स्थापना के समय प्रदेश में केवल एक विश्वविद्यालय था, अब 43 हैं। संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर का सिद्धांत 'शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो' श्रेष्ठ है। यह बातें राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने कही। वह सोमवार को गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की 25वीं वर्षगांठ पर हुए रजत जयंती समारोह के अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने विश्वविद्यालय की 25 साल की यात्रा को शानदार बताते हुए कहा अल्पकाल में जीजेयू ने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय छाप छोड़ी है। चौधरी रणबीर सिंह सभागार में हुए ऑफलाइन व ऑनलाइन कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्, नई दिल्ली के अध्यक्ष प्रो. अनिल डी. सहस्त्रबुद्धे व अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्, नई दिल्ली के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार उपस्थित रहे। समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की 25 वर्षो की यात्रा से संबंधित एक स्मारिका का विमोचन भी किया गया। जीजेयू में बनाया जाएगा अटल ट्रेनिग सेंटर
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्, नई दिल्ली के अध्यक्ष प्रो. अनिल डी. सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि 600 बीसी से 1200 एडी तक भारत में दुनिया के विश्वप्रसिद्ध विश्वविद्यालय तक्षिला और नालंदा थे।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् तथा जीजेयू को मिलकर अधिक कार्य करने चाहिए। उन्होंने योजना के तहत जीजेयू में अटल ट्रेनिग एंड लर्नि सेंटर स्थापित करने की घोषणा की। वहीं 12 सुपर सी-टाइप व 18 सी-टाइप मकानों का शिलान्यास भी किया। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्, नई दिल्ली के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार ने कहा कि हरियाणा ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाते हुए आधुनिकता को प्राप्त किया है।
साकार हो रहा सपना
कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि जीजेयू के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होने का सपना देखा था, वह अब साकार होने लगा है। हम हमेशा खुद को और अधिक बेहतर करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने चार सुत्रीय कार्यक्रम लर्निग आउटकम, रिसर्च आउटपुट, इनोवेशन तथा सोशल स्टडी को शामिल किया। उन्होंने कहा लॉकडाउन हमारे चार पेटेंट हुए हैं। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। एचएसबी विभाग की हार्वर्ड विश्वविद्यालय बिजनेस स्कूल से तुलना
प्रो. अनिल डी. सहस्त्रबुद्धे व प्रो. राजीव कुमार ने जीजेयू का दौरा किया। उन्होंने सभी विभागों की प्रशंसा की तथा विश्वविद्यालय के हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस की हार्वर्ड स्कूल ऑफ बिजनेस के साथ तुलना की।
मंच पर कुलसचिव डा. अवनीश वर्मा व शैक्षणिक मामलों की अधिष्ठाता प्रो. ऊषा अरोड़ा भी उपस्थित रही। इस अवसर पर निदेशक क्षेत्रीय केन्द्र, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, चंडीगढ़, प्रो. आरके. सोनी, प्रो. अनिल डी. सहस्त्रबुद्धे की धर्मपत्नी माधुरी सहस्त्रबुद्धे तथा प्रो. सुनीता श्रीवास्तव के साथ विश्वविद्यालय तथा सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षक, कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।