दूरस्थ से डिग्री करने वाले विद्यार्थियों को गुजवि बताएगा वे किस संस्थान से जुड़े, क्या पढ़ना चाहिए
डिस्टेंस से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए गुजवि एकेडिमिक कार्यक्रम करेगा। यह एक सप्ताह तक चलेगा। इसमें विद्यार्थियों को बताया जाएगा कि वह किस संस्थान से जुड़े है और उनको क्या पढ़ना है। उनका अध्यापक डायरेक्टर व वीसी कौन है।
जागरण संवाददाता, हिसार। गुजवि से दूरस्थ से डिग्री करने वाले विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए गुजवि एकेडिमिक कार्यक्रम करेगा। यह एक सप्ताह तक चलेगा। इसमें विद्यार्थियों को बताया जाएगा कि वह किस संस्थान से जुड़े है और उनको क्या पढ़ना है। उनका अध्यापक, डायरेक्टर व वीसी कौन है। गुजवि में कौन से विभाग संसाधन, लैब एवं सुविधा है, जो उनसे संबंधित है, ताकि वो उनका सही ढ़ंग से इस्तेमाल कर सके। यह कार्यक्रम आनलाइन चलाया जाएगा। इसमें दूरस्थ से आफलाइन व आनलाइन दोनों तरह से डिग्री करने वाले विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा।
इसके अलावा आनलाइन से ही ई-टूटोरियल एप के माध्यम से लेक्चरर दिया जाएगा, जो रिकार्ड भी किया जाएगा। अगर कोई बच्चा उस बीच लेक्चरर को सुन नहीं पाता है तो वह बाद में भी एप से उस लेक्चरर को सुन सकता है। दूरस्थ शिक्षा के निदेशक प्रो. ओपी सांगवान खुद इसे मानिटरिंग करेंगे। बच्चों को जागरूक करने के लिए चलाया जाएगा। उनका कहना है कि यह बेहद जरूरी है। वरना बच्चों को यह तक नहीं पता चल पाता है कि वहां से डिग्री कर रहे है और उनके अध्यापक कौन है। दूरस्थ डिग्री करने वाले लगभग 4353 विद्यार्थी है।
अनुमति लेने को भेजी फाइल
दूरस्थ शिक्षा की ओर से इस कार्यक्रम की अनुमति लेने के लिए वीसी कार्यलय में फाइन भेजी हुई है।अब वहां से अनुमति मिलने के बाद ही कार्यक्रम का समय तय होगा। यह कार्यक्रम 24 से 29 दिसंबर तक शुरू होने की उम्मीदें है। आनलाइन ही विद्यार्थियों को इससे जोड़ा जाएगा।
दिक्कत होने पर कर सकेंगे सवाल
अगर किसी विद्यार्थी को लेक्चरर में दिक्कत हो या कुछ पूछना हो तो वह दूरस्थ फोर्म पर अपना प्रश्न या सवाल डाल सकता है। उस साइट पर ही अध्यापक जवाब देगा। ऐसे में विद्यार्थियों व अध्यापकों के बीच तालमेल बना रहेगा।