जीजेयू में बैंकों की तरह बनाया स्ट्रांग रूम, प्रश्नपत्र व अन्य जरूरी दस्तावेज रहेंगे महफूज
जागरण संवाददाता हिसार : रोहतक की हेल्थ यूनिवर्सिटी में सेंधमारी के बाद जीजेयू ने प्रश्न-पत्रो
जागरण संवाददाता हिसार : रोहतक की हेल्थ यूनिवर्सिटी में सेंधमारी के बाद जीजेयू ने प्रश्न-पत्रों, आंसर सीट और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की सुरक्षा के लिए बैंकों की तर्ज पर स्ट्रांग रूम बनाया है। विश्वविद्यालय में प्रशासनिक भवन के विस्तार के दौरान बनी एग्जामिनेशन ब्रांच में बनाए गए इस स्ट्रांग रूम को खोलने के लिए मौके पर दो शख्श का होना जरूरी होगा। एक शख्स नहीं खोल सकेगा। विश्वविद्यालय द्वारा प्रशासनिक भवन का विस्तार किया गया है। जिसके तहत भवन पर द्वितीय व तृतीय मंजिल का निर्माण किया गया है। यह नई बनी मंजिल मुख्य रूप से एग्जामिनेशन ब्रांच के लिए बनाई गई है। बुधवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने इसका उद्घाटन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर भी उपस्थित रहे।
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नॉर्मस के अनुसार बनाया गया-
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने बताया कि यह भवन नॉर्मस के अनुसार बनाया गया है। इसके तहत प्रश्नपत्र बैंक के लिए एक स्ट्रांग रूम बनाना जरूरी था। ताकि विश्वविद्यालय में परीक्षा के लिए बनाए जाने वाले प्रश्नपत्र व जरूरी गोपनिय दस्तावेजों को महफूज रखा जा सके। प्रशासनिक भवन के विस्तार में लगभग 2 करोड़ 16 लाख 22 हजार रुपये का खर्च आया है। जिसमें से 1 करोड़ रूपए की राशि राष्ट्रीय उच्च्तर शिक्षा अभियान के तहत खर्च की गई है। नई बि¨ल्डग में परीक्षा नियंत्रक कार्यालय, कंडक्ट ब्रांच, परीक्षा शाखा, गोपनीय शाखा, ईडीपी सैल, सिस्टम मैनेजर कार्यालय, 13 अन्य कार्यालय, 3 स्टोर रूम, स्ट्रोंग रूम तथा कमेटी रूम बनाए गए हैं। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर ने बताया कि परीक्षा शाखाओं के पास ही पूरे विश्वविद्यालय का गोपनीय रिकार्ड होता है। इसलिए हमें आधुनिक व सुरक्षित परीक्षा शाखा की जरूरत थी।
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पौधारोपण भी किया -
नया भवन बनाने के साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने भवन के साथ साथ पौधारोपण भी किया है। प्रशासनिक भवन के साथ खाली एरिया में 6 पौधे महुआ, 10 पौधे अशोका व 5 पौधे फिकस बेंजामिना के लगाए गए हैं। कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने स्वयं पौधे लगाकर इसकी शुरूआत की। इस दौरान अधीक्षक अभियंता अशोक अहलावत, एचआरडीसी निदेशक डा. नीरज दिलबागी, कार्यकारी अभियंता सुनील ग्रोवर, परीक्षा नियंत्रक प्रो. यशपाल ¨सगला सहित सभी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।