जेआरएफ क्वालीफाई नहीं होने पर एमडीयू के हॉस्टल में छात्रा ने फंदा लगा की आत्महत्या
छात्रा एमडीयू में ही जियोग्राफी विभाग में पढ़ती थी। पहचान झज्जर के तलाव गांव की रहने वाली राखी के रूप में हुई है। नेट के पेपर में जेआरआफ होना आत्महत्या का कारण माना जा रहा है
रोहतक, जेएनएन। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के यमुना हॉस्टल में एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा एमडीयू में ही जियोग्राफी विभाग में पढ़ती थी । मृतका की पहचान झज्जर के तलाव गांव की रहने वाली राखी के रूप में हुई है। यूनिवर्सिटी प्रशासन मौके पर पहुंच गया है। पीजीआईएमएस थाना पुलिस भी हॉस्टल में जाकर जांच में जुट गई है। आत्महत्या का कारण कल देर रात आए नेट के रिजल्ट माना जा रहा है। हालांकि अभी इस बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है।
छात्रा राखी का दो तीन बार नेट भी क्वालीफाई हो चुका है । जेआरएफ के लिए पढ़ाई कर रही थी । रात को ही नेट जेआरएफ का रिजल्ट आया था । बताया जा रहा है कि जेआरएफ क्वालीफाई नहीं हो पाया । इसी से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है । राखी का आज एचटेट का पेपर भी था।
राखी की रूममेट की फ्रेंड रीना एचटेट का पेपर देने के लिए उसे साथ लेने के लिए रूम में गई तो दरवाजा बंद था। फोन कॉल भी रिसीव नहीं हो रही थी । उसने बालकनी में झांक कर देखा तो राखी फंदे पर लटकी हुई थी । इसके बाद उसने शोर मचाया और अन्य छात्राओं को इसकी जानकारी दी। इस घटना के बाद हॉस्टल में हड़कंप मच गया । हॉस्टल वार्डन सहित अन्य अधिकारी हॉस्टल में पहुंचे और पुलिस को इसकी सूचना दी। जानकारी के अनुसार मृतका के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है और उसके दो भाई हैं। राखी की मौत की सूचना पा गांव में मातम पसर गया है।
वहीं शनिवार को पीजीआईएमएस के हॉस्टल में एमबीबीएस के छात्र ने आत्महत्या कर ली थी। वह अपनी मां के देहांत के कारण परेशान चल रहा था। इससे पहले भी रोहतक में कई स्टूडेंटस आत्महत्या कर चुके हैं। तनाव युवाओं में ज्यादा है या ब्रेन के न्यूरोंस में होने वाली उठापटक अवसाद का कारण बन रही है यह मंथन का विषय है।