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चार साल की मासूम को टाफी खिलाने के बहाने ले गया पिता, सीढ़ियों से कूदा, दोनों की मौत

भिवानी में आर्थिक तंगी से तंग आकर चार साल की बेटी के साथ अस्पताल की सीढ़ियों से कूदकर पिता ने अपनी जान दे दी। पिता की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मासूम बेटी ने सुबह दम तोड़ा।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sat, 18 Dec 2021 08:37 PM (IST)Updated: Sat, 18 Dec 2021 08:37 PM (IST)
चार साल की मासूम को टाफी खिलाने के बहाने ले गया पिता, सीढ़ियों से कूदा, दोनों की मौत
भिवानी में पिता ने बेटी के साथ किया सुसाइड।

जागरण संवाददाता, भिवानी। भिवानी में आर्थिक तंगी से तंग आकर सराय चौपटा निवासी कबाड़ी ने शुक्रवार रात को अपनी चार साल की मासूम बेटी को गोद में लेकर चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल की चौथी मंजिल की सीढ़ियों से छलांग लगा दी। पिता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मासूम बच्ची ने शनिवार सुबह दम तोड़ा। बताया जाता है कि सराय चौपटा निवासी विक्की तीन बच्चों का पिता था और एमए पास होने के बावजूद गलियाें में फेरी लगाकर कबाड़ खरीदने का काम करता था। पहले कोरोना और अब डेंगू की चपेट में आने से धंधा ठप होने से वह परेशान था। दिनोद गेट चौकी पुलिस ने परिजनों के बयान पर शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों के हवाले कर दिया है। इस घटना ने परिवार के साथ ही गली-मोहल्ले के लोगों को भी काफी आहत किया हुआ हैं।

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डेंगू होने से अस्पताल में था भर्ती

सराय चौपटा निवासी बंटू ने बताया कि वह दो भाई हैं। उसका छोटा भाई 35 वर्षीय विक्की शादीशुदा था। उसके तीन बच्चे थे 8 साल की बेटी काव्या, चार साल की हन्नी व डेढ़ साल का बेटा जतीन। उसने बताया कि विक्की हिस्ट्री से एमए पास था, लेकिन बेरोजगारी के कारण वह गलियों में फेरी लगा का लोह-लंगर खरीदने का काम करता था। दो साल से कोरोना के कारण उसका काम ठप था। अब उसे हाल ही में डेंगू हो गया था तो प्राइवेट अस्पताल में दाखिल रहा। उसके इलाज पर काफी खर्च हुआ। उसका काम पूरी तरह से ठप हो गया और वह पूरी तरह से स्वास्थ्य भी नहीं हुआ था। इस बात को लेकर वह परेशान रहता था। उसने आशंका जताई की आर्थिक तंगी से परेशान होकर अस्पताल की चौथी मंजिल की सीढ़ियों से कूदकर जान दी।

बच्चों को पढ़ाते समय अचानक चार साल की बेटी को टाफी दिलाने बात कहकर घर से निकला

बंटू ने बताया कि घर पर सब कुछ ठीक-ठाक था। वह अपने बच्चों को बिस्तर में बैठकर पढ़ा रहा था। अचानक वह उठा और कहा कि बेटी हन्नी को टाफी दिला कर लाता है। चार साल की मासूम बेटी हन्नी को लेकर वह घर से आ गया। रात करीब नौ बजे पुलिस का फोन आया कि विक्की नामक व्यक्ति की अस्पताल की बिल्डिंग से गिरकर मौत हो गई हैं। अस्पताल पहुंच कर उसकी पहचान की।

रात भर जिंदगी व मौत से जूझती रही मासूम

पिता विक्की की मौके पर ही मौत हो गई थी, लेकिन चार साल की मासूम रात भर जिंदगी व मौत से जूझती रही। बच्ची ने शनिवार सुबह करीब 9 बजे दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों के हवाले कर दिया।

अस्पताल जाने का नहीं था कोई कारण

पुलिस के समक्ष हालांकि परिजनों ने किसी तरह के आरोप नहीं लगाए हैं, लेकिन अस्पताल में वह किसलिए गया। यह बात किसी को समझ नहीं हो रही। साफ है कि वह परेशानी में वहां गया और उसने बच्ची को गोद में लेकर छलांग लगा दी। वहां सीसीटीवी ना लगे होने व अंधेरा होने के कारण घटना को साफ करना पुलिस के लिए भी मुश्किल हो रहा है, इसलिए पुलिस ने परिजनों के बयान पर प्राथमिकता के आधार पर इत्फाकिया मौत की कार्रवाई की है।

परिजनों को सौंपे शव

दिनोद गेट चौकी इंचार्ज प्रवीण कुमार ने बताया कि पुलिस ने परिजनों के बयान पर इत्फाकिया मौत की कार्रवाई की है। वह परेशान जरूर बताया जा रहा था। पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है।


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