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फतेहाबाद में निजी स्कूल की अध्यापिका सहित कोरोना वायरस से 4 की मौत, 60 नए संक्रमित केस आए

जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या 3900 पार कर गई है। जिले में पहली बार एक दिन में चार लोगों की मौत हुई है। नवंबर महीने में कोरोना मरीजों का मरने का ग्राफ भी बढ़ रहा है। ऐसे में इस महीने अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 03:16 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 03:16 PM (IST)
फतेहाबाद में निजी स्कूल की अध्यापिका सहित कोरोना वायरस से 4 की मौत, 60 नए संक्रमित केस आए
अब तक जिले में 84 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है।

फतेहाबाद, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को लेकर जो आशंका जताई थी वो अब सामने आने लग गई है। बुधवार को जिले में पहली बार एक साथ कोरोना से चार लोगों की जान गई हैं। जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल है। सबसे बड़ी बात ये है कि फतेहाबाद शहर की रहने वाली 32 साल की निजी स्कूल की अध्यापिका की मौत हुई है। बताया जा रहा है कि उसे सांस की दिक्कत हुई थी जिससे उसकी मौत हो गई। निजी स्कूल की अध्यापिका की मौत के बाद शिक्षा विभाग में हलचल मचा दी है। अब जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्र जारी कर दिया है कि निजी स्कूल हो या फिर सरकारी स्कूल सभी अध्यापक अपने कोरोना टेस्ट करवाए। वहीं अनेक निजी स्कूल संचालकों ने बच्चों के भी टेस्ट करवाए है ताकि इस बीमारी का पता लग सके। जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या 3900 पार कर गई है। बुधवार को 60 लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है।

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जिले में पहली बार एक दिन में हुई चार लोगों की मौत

नवंबर महीने में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही मरने वालों का ग्राफ भी बढ़ रहा है। बुधवार को एक के बाद एक चार लोगों की मौत हुई। ऐसे में इस महीने अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है। इस महीने रिकवरी रेट 70 फीसद है तो मरने वालों का ग्राफ 1.4 तक पहुंच गया है जो खतरनाक है। अब तक जिले में 84 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है।

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केस. 1

निजी स्कूल की अध्यापिका की मौत

फतेहाबाद शहर की गढ़ी मुहल्ले की रहने वाली 32 वर्षीय महिला शहर के एक निजी स्कूल में अध्यापिका थी। तीन दिन पहले उसे सांस की दिक्कत हुई तो उसने अपना कोरोना टेस्ट करवाया। मंगलवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गए है। अध्यापिका अपने घर पर ही इलाज ले रही थी। लेकिन मंगलवार रात को उसने दम तोड़ दिया। परिवार के लोग भी नहीं समझ पा रहे है कि महिला ठीकठाक होने के बावजूद भी उसकी मौत कैसे हो गई। महिला स्कूल भी जाती थी ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने उनके संपर्क में आए लोगों की लिस्ट बनानी शुरू कर दी है जो लंबी हो सकती है। वही डाक्टरों की माने तो अध्यापिका को निमोनिया भी था।

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केस : 2

शहर की रहने वाली 71 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत

फतेहाबाद शहर में पुरानी अनाजमंडी में रहने वाली 71 साल की बुजुर्ग महिला को सांस व शुगर की बीमारी थी। परिजनों ने उसे मोहाली के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था। वहां पर उसका कोरोना टेस्ट हुआ। जहां वह पॉजिटिव मिल गई। एक दिन पहले ही उसने दम तोड़ दिया। जिसकी रिपोर्ट बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने सौंपी है।

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केस : 3

59 वर्षीय अधेड़ की मौत

टोहाना शहर निवासी 59 वर्षीय अधेड़ की अग्रोहा मेडिकल कालेज में उपचार के दौरान मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग की माने तो 15 नवंबर को व्यक्ति को सांस लेने आदि में दिक्कत हुई। जिसके बाद उसका कोरोना टेस्ट किया गया। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। हालत खराब होने के कारण उसे अग्रोहा मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया गया। जहां देर रात को उसने दम तोड़ दिया।

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केस : 4

82 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत

रतिया की रहने वाली 82 वर्षीय बुजुर्ग को सांस लेने में दिक्कत थी। ऐसे में परिजनों ने उसे 8 नवंबर को हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां उनका कोरोना टेस्ट करवाया गया। जिसकी रिपोर्ट 14 नवंबर को आई जो कोरोना पॉजिटिव थी। बुजुर्ग महिला को फतेहाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां बुधवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।

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स्वास्थ्य विभाग अब लेगा स्कूलों में जाकर अध्यापकों व बच्चों के टेस्ट

प्रदेश के कई जिलों में स्कूली बच्चे काेरोना पॉजिटिव मिलने के बाद अब जिले में भी अध्यापकों व बच्चों के कोरोना टेस्ट होंगे। वही एक निजी अध्यापिका की मौत भी कोरोना से हुई है। ऐसे में डिप्टी सिविल सर्जन ने सभी खंड के अस्पतालों को निर्देश जारी कर दिए है। ऐसे में वीरवार को जिले के सभी स्कूलों में विद्यार्थियों के सैंपल होंगे। वहीं शिक्षा विभाग ने भी पत्र जारी कर दिया है कि अध्यापकों को कम से कम कोरोना टेस्ट करवाना होगा। कोरोना के कारण पहले ही स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या कम हो रही थी अब फिर कोरोना के डर के कारण हाजिरी कम हो जाएगी।

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स्कूलों में दिख रही लापरवाही

बेशक कागजों में कोरोना के नियमों का पालन किया जा रहा है। लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ नहीं है। शहर में दो सरकारी स्कूल है। यहां पर हर दिन करीब 300 से 400 बच्चे आ रहे है। लेकिन पहले दिन जो नियम लागू हुए वो अब खत्म होते जा रहे है। हाथ धोने वाले स्थान पर साबून की व्यवस्था नहीं। स्क्रीनिंग के लिए किसी कर्मचारी की ड्यूटी नहीं। वही सबसे बड़ी बात ये है कि विद्यार्थी अंदर बिना मास्क के घूम रहे है। वही लड़कियों वाले स्कूल में अभी अनेक अध्यापक कोरोना पॉजिटिव है। लेकिन यहां पर भी 20 फीसद छात्राएं मास्क नहीं लगा रही। ऐसे में लापरवाही सामने आ रही है।

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जिले में कोरोना से चार लोगों की मौत हुई है। शहर की एक महिला की मौत हुई जो निजी स्कूल में पढ़ाती है। अब पता किया जा रहा है कि यह स्कूल में कब से नहीं गई है। वही आदेश जारी कर दिए है कि सभी स्कूलों में स्टाफ सदस्यों के साथ विद्यार्थियों के सैंपल ले। लापरवाही के कारण कोरोना मरीज बढ़ रहे है।

डा. हनुमान सिंह

डिप्टी सिविल सर्जन फतेहाबाद।


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