कई माह से वेतन की बाट जोह रहे वन मजदूर, धरना देकर जताया रोष
संवाद सहयोगी, हिसार : अप्रैल माह से बकाया वेतन जारी करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर वन ि
संवाद सहयोगी, हिसार : अप्रैल माह से बकाया वेतन जारी करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर वन विभाग मजदूर यूनियन व वन कर्मचारी संघ की ओर से डीएफओ कार्यालय पर धरना बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। मजदूर नेताओं ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। अध्यक्षता प्रधान दौलतराम ने की।
मांगों को लेकर कर्मचारियों ने कहा कि प्रदेश को हरा भरा करने वाले वन विभाग के मजदूरों को वेतन न मिलने से सड़कों पर आने को मजबूर है। इन मजदूरों के बच्चों के नाम बिना फीस के स्कूल से काटे जा रहे हैं। वहीं दुकानदारों ने बिना पैसे के रसोई का सामान उधार में देना भी बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि वन मजदूर यूनियन इस परेशानी को अधिकारियों के समक्ष रख चुकी है, लेकिन अभी तक डीएफओ के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि हर्बल पार्क का बजट छह लाख रुपये पता नहीं कहां पर गायब कर दिया गया। लेकिन मजदूरों को देने के लिए अप्रैल माह से वेतन नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन से पांच साल से कार्य कर रहे वन मजदूरों को पक्का करने, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये लागू करने, सभी मजदूरों का पीएफ व इएएसआइ का खाता खोलने, सभी मजदूरों को हाजिरी कार्ड व पहचान पत्र जारी करने तथा हर महीने की सात तारीख को वेतन का भुगतान करने सहित विभिन्न मांगें बताई। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो 15 नवंबर को एक दिन की हड़ताल करते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। धरने को तीनों रेंजों के प्रधान विरेंद्र भान, विजय कुमार, रामप्रसाद व राजमल ने भी संबोधित किया।