टैंक में गैस भरते समय लगी आग, 60 फीसद जला व्यक्ति, आप तो नहीं कर रहे ये गलती
सिलेंडर से टैंक में गैस भरने वाली पाइप लीक होने से हुआ हादसा गाड़ी में भरा सामान भी जला। सिलेंडर फटता तो हो सकता था बड़ा हादसा। धड़ल्ले से चल रहा है काम
फतेहाबाद, जेएनएन। अगर आप गाड़ी में एलपीजी गैस का प्रयोग कर रहे हैं तो लीकेज को लेकर सतर्क हो जाएं। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता है। शहर के खेमा खाती चौक के पास मंगलवार सुबह वैन के टैंक में गैस भरते समय हादसा हो गया। पाइप लीक होने से टैंक और गैस सिलेंडर ने आग पकड़ ली और वैन में भरा मनियारी का सामान जल गया।
आग को बुझाते समय सिलेंडर से टैंक में गैस भरने आया दुकानदार शिव चौक निवासी घनश्याम बुरी तरह से झुलस गया। मौके पर मौजूद लोगों ने दमकल विभाग को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकल विभाग की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। गंभीर रूप से झुलसे घनश्याम को नागरिक अस्पताल लाया गया। यहां से डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद अग्रोहा मेडिकल रेफर कर दिया। डाक्टरों के मुताबिक घनश्याम का शरीर 60 फीसद तक झुलस गया है।
मामले के मुताबिक डीएसपी रोड पर खेमा खाती चौक निवासी हंसराज वैन में मनियारी का सामान गांवों में सप्लाई करने का काम करता है। टैंक में गैस भरने के लिए हंसराज ने शिवचौक निवासी घनश्याम को बुलाया। घनश्याम ने जैसे ही रसोई गैस सिलेंडर से टैंक में गैस भरनी शुरू की तो पाइप कंडम होने के कारण गैस का रिसाव हो गया। मशीन से उठी चिंगारी के कारण पाइप ने आग पकड़ ली।
देखते ही देखते सिलेंडर ने पूरी तरह से आग पकड़ ली और गाड़ी में रखे मनियारी के सामान तक पहुंच गई। घनश्याम ने रसोई गैस सिलेंडर के रेगुलेटर को बंद करने का प्रयास किया लेकिन नहीं हुआ। इसके चलते पूरी गाड़ी में आग फैल गई। आग बुझाने का प्रयास करते समय घनश्याम के कपड़ों ने आग पकड़ ली और वह भी बुरी तरह से झुलस गया।
घरों से बाल्टियों में पानी लेकर पहुंचे लोग
आग की घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में एक बार हड़कंप मच गया। लोग बाल्टियों में पानी लेकर बुझाने के लिए पहुंचे और वैन में लगी आग को बुझाने का प्रयास किया। इसके बाद दमकल विभाग कर्मचारियों ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। सिलेंडर में गैस कम होने के कारण आग जल्द बुझ गई नहीं तो फट भी सकता था। आबादी वाला क्षेत्र होने के कारण बड़ा हादसा भी हो सकता था।
यहां रोजाना 150 गाडिय़ों में भरी जाती गैस
शहर के पालिका बाजार में रोजाना 150 गाडिय़ों में रसोई गैस सिलेंडर से टैंक में गैस भरी जाती है। ये रसोई गैस सिलेंडर एजेंसियों से यहां पर पहुंचते है। पालिका बाजार आबादी वाला क्षेत्र होने के बावजूद यहां पर ये काम धड़ल्ले से चल रहा है। प्रशासन की तरफ से यहां पर एक बार भी रोक नहीं लगाई गई है। इसके अलावा दमकल विभाग की तरफ से भी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
सिलेंडरों में गैस भरने के लिए मशहूर हुई गली, लेकिन नहीं लगी रोक
सैंट्रल बैंक वाली गली बड़े सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में गैस भरने के लिए मशहूर हो चुकी है। कई बार यहां पर गैस भरते समय हादसे भी हो चुके हैं लेकिन यहां भी प्रशासन की तरफ से रोक नहीं लगाई गई है। अहम बात यह है कि यहां के दुकानदारों के पास ब्लैक में सिलेंडर भी आराम से उपलब्ध हो जाते हैं।