कायाकल्प की पहली टीम ने 75 फीसद दिए अंक, 14 सितंबर को राज्य की टीम फतेहाबाद अस्पताल का करेगी निरीक्षण
नागरिक अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए राज्य की टीम 14 सितंबर केा फतेहाबाद आएगी। इस दौरान टीम नागरिक अस्पताल का गहनता से निरीक्षण करेगी। पिछले चार साल से जिला अस्पताल को यह अवार्ड नहीं मिला है। लेकिन इस बार पूरी उम्मीद है कि इस बार एक अवार्ड जरूर मिलेगी।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू की गई कायाकल्प योजना के तहत नागरिक अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए राज्य की टीम 14 सितंबर केा फतेहाबाद आएगी। इस दौरान टीम नागरिक अस्पताल का गहनता से निरीक्षण करेगी। पिछले चार साल से जिला अस्पताल को यह अवार्ड नहीं मिला है। लेकिन इस बार पूरी उम्मीद है कि इस बार एक अवार्ड जरूर मिलेगी।
इसस पहले 16 जुलाई को जींद की टीम ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस टीम ने 75 फीसद अंक दिए थे। यहीं कारण है कि अब 14 सितंबर को राज्य की टीम निरीक्षण करेगी। अवार्ड लेने के लिए 70 फीसद अंक लेना जरूरी है। पिछले चार सालों से अस्पताल 60 फीसद तक मुश्किल से अंक ले पा रहा है। इसके पीछे अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग काे भी माना जा रहा है। 30 फीसद अंक तो अस्पताल की बिल्डिंग का है। अस्पताल की बिल्डिंग को बने हुए करीब 30 साल हो गया है।
ऐसे में जब तक नए अस्पताल का निर्माण नहीं हो पाता तब तक अवार्ड पाना भी मुश्किल है। लेकिन अस्पताल प्रबंधक इस अवार्ड को पाने के लिए पूरी मेहनत से पिछले पांच दिनों से लगा हुआ है। ऐसे में उम्मीद है कि इस बार यह अवार्ड मिल जाए। पिछले साल टोहाना नागरिक अस्पताल ने बाजी मार ली थी। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बात करे तो भट्टूकलां व जाखल को यह अवार्ड मिला था।
रविवार को पूरे अस्पताल में चला सफाई अभियान
जिले के नागरिक अस्पताल में 14 सितंबर को कायाकल्प की टीम निरीक्षण करने के लिए आ रही है। अस्पताल प्रबंधक अस्पताल को चकाचक करने में लगा हुआ है। रविवार को अवकाश होने के कारण नए मरीज नहीं आते है। ऐसे में अस्पताल प्रबंधक द्वारा पूरे अस्पताल में सफाई अभियान चलाया गया। आपातकाली विभाग में काेरोना संकट के बाद बेड भी बाहर नहीं निकाले गए थे। लेकिन रविवार को सभी बेड बाहर निकालकर अच्छे से सफाई की गई।
क्या है कायाकल्प योजना
सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था सुधारने के लिए देशभर में कायाकल्प योजना शुरू की गई है। इसके तहत अस्पताल प्रबंधक मरीजों को क्या सेवाएं दे रहा है। अगर कहीं पर मरीजों को अच्छी सेवाएं मिल रही है तो उस अस्पताल का चयन करना और उसे अवार्ड के लिए चयनित करना है। जिला के नागरिक अस्पताल अगर इस कायाकल्प योजना के तहत 70 फीसद अंक प्राप्त कर लेता है तो उसे केंद्र सरकार की तरफ से 15 लाख रुपये की स्पेशल ग्रांट मिलती है जिससे वह अस्पताल में और अधिक सुविधा दे सकता है।
टीम इन स्थानों पर करेगी गहनता से जांच
-बायामेडिकल वेस्ट अलग रखा जा रहा है या नहीं।
-अस्प्ताल में बिजली की तारे लटक तो नहीं रही।
-अस्पताल के सभी कमरों में बल्ब है या नहीं।
-नागरिक अस्पताल में सफाई व्यवस्था कैसी है।
-अस्पताल में बने कूड़ा प्वाइंट से कूड़ा उठ रहा है या नहीं।
-एक बेड पर कितने मरीज सेवाएं ले रहे है।
-सभी डाक्टर व कर्मचारी वर्दी में है या नहीं।
-पार्कों में मरीजों के बैठने की व्यवस्था है या नहीं।
-ओपीडी के बाहर कितनी भीड़ है।
-ब्लड बैंक में क्या सुविधा मिल रही है।
मरीजों से भी लेती है फीडबैक
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए कायाकल्प स्कीम जारी की गई है। इसके तहत नागरिक अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वार्ड, परिसर, शौचालयों की साफ सफाई, बिल्डिंग की हालत, पार्किंग सुविधा, जच्चा-बच्चा को मिलने वाली सुविधा, ओपीडी में मरीजों को दी जाने वाली सुविधा का निरीक्षण करके अंक दिए जाते हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले मरीजों से भी फीडबैक लिया जाता है। इसके तहत स्कोर जारी होता है। बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण प्रबंध को प्राथमिकता दी जाती है। शुक्रवार को नागरिक अस्पताल में टीम मरीजों से भी फीडबैक लेगी।
जाखल को तीन तो भट्टूकलां को दो बार मिल चुका है अवार्ड
कायाकल्प अवार्ड में जाखल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को तीन बार अवार्ड मिल चुका है। पहले दो बार जाखल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अवार्ड मिल चुका है। इसके अलावा भट्टूकलां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को दो बार यह अवार्ड मिल चुका है। इसके अलावा नागरिक अस्पताल टोहाना को एक बार अवार्ड मिला है। पिछले साल जो कायाकल्प की टीम आई थी उनके परिणाम अनुसार जाखल, टोहाना व भट्टूकला के अस्पतालों को अवार्ड मिला था। फतेहाबाद का नागरिक अस्पताल अवार्ड से वंचित रह गया था।
----कायाकल्प की टीम 14 सितंबर को आने की उममीद है। ऐसे में हमारी तैयारी पहले ही पूरी है। जो कमी रह गई है उसे दूर कर दिया जाएगा। रविवार को मरीज न आने के कारण पूरे अस्पताल में सफाई की गई है।
हिमेश कुमार, इंचार्ज नागरिक अस्पताल फतेहाबाद।