Fire In Fatehabad: दौलतपुर में 10 एकड़ में पड़ी पराली की गांठों में लगी आग, 25 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची
फतेहाबाद के गांव दौलतपुर के पास करीब 10 एकड़ में पराली का स्टोक केंद्र बनाया हुआ था। जहां पर आसपास के किसानों से पंचायत द्वारा पराली लेकर रखी गई थी ताकि किसानों को पराली में मजबूरी में आग न लगानी पड़े।
फतेहाबाद, जागरण संवाददाता। फतेहाबाद के गांव दौलतपुर के पास फतेहाबाद रोड पर एक ठेकेदार और ग्रामीणों द्वारा स्टाक कर रखी गई पराली की गांठों में भयंकर आग लग गई। दोपहर करीब 1 बजे आग लगी, जो शाम को 7 बजे तक काबू पाई गई। लेकिन तब तक पूराी पराली जलकर राख हो गई।दमकल की दर्जनों गाडिय़ां बार-बार शहर के चक्कर काटती रही। गाडिय़ां आग बुझाने के लिए जाती और खाली होने के बाद पानी के लिए फिर शहर की ओर दौड़ती। टोहाना, रतिया से भी गाडिय़ां पहुंची, शाम तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका तो सिरसा जिले से भी गाडिय़ां बुलाई गईं। वहीं कृषि विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। जेसीबी की सहायता से पराली की गांठों को अलग-अलग किया गया ताकि आग आगे न फैले और जेसीबी से मिट्टी उठाकर भी आग पर डाला गया। लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि पास में जाना भी मुश्किल हो रहा था।
किसानों से पराली खरीदकर ठेकेदार ने 10 एकड़ में इकट्ठी कर रखी थी पराली की गांठे
जानकारी के अनुसार दौलतपुर के पास करीब 10 एकड़ में पराली का स्टोक केंद्र बनाया हुआ था। जहां पर आसपास के किसानों से पंचायत द्वारा पराली लेकर रखी गई थी, ताकि किसानों को पराली में मजबूरी में आग न लगानी पड़े। वहीं फतेहाबाद के एक ठेकेदार द्वारा भी हजारों गांठें लेकर यहां रखी गई थी। और इन गांठों को पिहोवा की एक फैक्ट्री को भेजा जाना था।
तीन जिलों से आई 25 दमकल गाड़ियां भी नहीं बुझा पाई आग
शार्ट सर्किट से लगी आग
वीरवार दोपहर करीब 1 बजे ट्रैक्टर-ट्राली में पराली लदकर भूना ले जाया जा रहा था। लेकिन जैसे ही ट्राली निकली तो ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज की तारों से जा टकराई। जिससे शार्ट सर्किट हुआ और आग लग गई। वहीं ट्रैक्टर चालक ने ट्राली से वहीं पर पराली को उतरा दिया जिससे आग पूरी तरह फेल गई। यह घटना 1 बजकर 10 मिनट की थी। देखते ही देखते आग ने भंयकर रूप ले लिया। गनीमत ये रही कि आसपास आबादी नहीं थी।
तीन जिलों से आई दमकल गाड़ियां
फतेहबाद जिले में दमकल की 15 गाड़ियां है। ऐसे में पहले फतेहाबाद की दमकल गाड़ियां पहुंची। लेकिन जब आग अधिक थी तो टोहाना, भूना, रतिया व जाखल आदि क्षेत्र से दमकल गाड़ी बुला ली। लेकिन 10 एकड़ में पड़ी पराली में आग इस कदर थी कि दमकल गाड़ी से आग बुझ नहीं रही थी। घटना की सूचना सिरसा दमकल विभाग को दी। यहां से पांच गाड़ियां पहुंची। लेकिन आग पर फिर भी काबू नहीं पाया गया। वहीं हिसार के उकलाना से दमकल गाड़ियां बुलाई गई। लेकिन जब तक दमकल गाड़ियां पहुंचती तब तक 10 एकड़ में पड़ी पराली की गांठे जलकर नष्ट हो गई।
10 एकड़ में पड़ी पराली करीब एक हजार एकड़ से अधिक की पराली थी
ठेकेदार को लाखों का नुकसान
घटना की सूचना मिलते ही कृषि विभाग के अधिकारी भी मौके पहुंचे। फिल्ड अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि यहां पर करीब 50 गांवों से पराली इकट्ठी की हुई थी। भूना क्षेत्र के एक ठेकेदार ने यह पराली इकट्ठी करवा रहा था। 10 एकड़ में पड़ी पराली करीब एक हजार एकड़ से अधिक की पराली थी। ऐसे में इस आगजनी से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। वहां पर मौजूद मजदूरों की माने तो वो खेतों में किसानों से पराली खरीदते थे और गांव दौलतपुर में खाली पड़ी 10 एकड़ जगह में इकट्ठा कर रहे थे। यहां से ठेकेदार इस पराली को बेचता था।
मौके पर पानी न मिलने के कारण नहीं बुझ पाई आग
फतेहाबाद शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर आग लगी। ऐसे में दमकल गाड़ियां शहर में आती और पानी भरक ले जाती। फतेहाबाद में जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में ट्यूबवेल लगा हुआ है। ऐसे में यह ट्यूबवेल भी छोड़ पड़ा गया। करीब 25 दमकल गाड़ियों में पानी भरने में भी दिक्कत हुई। आसपास क्षेत्र में पानी की व्यवस्था नहीं थी और पराली सूखी होने के कारण आग भी जल्दी पकड़ ली। अगर समय पर पानी मिल जाता तो आगजनि को रोका जा सकता था। देर रात तक दमकल की गाड़ियां मौके पर रही ताकि आग उड़कर दूसरी तरफ न चली जाए। गनीमत ये रही कि आसपास ढाणी नहीं थी अगर ऐसा होता तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
सड़क को भी रोका गया
फतेहबाद रोड पर ही गांव दौलतपुर है। ऐसे में सड़क के किनारे ही पराली की गांठे थे। जब आग लगी तो वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। आग लगने के कारण चारों तरफ धुआं ही धुआं हो गया। ऐसे में उस क्षेत्र का एक्यूआई भी 500 पहुंच गया। यह धुआं भी धीरे-धीरे शहर की तरफ बढ़ा जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई। धुआं अधिक होने के कारण वाहनों का दूसरी तरफ से गुजारा गया।
फिल्ड अधिकारी कृषि विभाग के अनुसार विनय कुमार
करीब सवा एक बजे शार्ट सर्किट के कारण आग लगी है। ऐसे में 10 एकड़ में पड़ी पराली जलकर राख हो गई। एक एक ठेकेदार द्वारा इकट्ठी की गई है। ठेकेदार को सूचना दे दी गई है। करीब 50 गांवों से यह पराली इकट्ठी की गई है।