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सिरसा में बिना अनुमति के फाइनेंस कंपनी ने गोल्ड की करवा दी नीलामी, प्रबंधक सहित तीन नामजद

ऐलनाबाद क्षेत्र के गांव ममेरा कलां निवासी व्यक्ति ने मुथुट फाइनेंस कंपनी ऐलनाबाद के कर्मचारियों पर मिलीभगत कर धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए हैं। पीडि़त का कहना है कि कंपनी के अधिकारियों ने मिलीभगत कर बिना उसकी मंजूरी के उसके सोने की आक्सन करवा दी

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 11:46 AM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 11:46 AM (IST)
सिरसा में बिना अनुमति के फाइनेंस कंपनी ने गोल्ड की करवा दी नीलामी, प्रबंधक सहित तीन नामजद
ऐलनाबाद में मुथूट फाइनेंस लिमिटेड कंपनी की शाखा के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज

जागरण संवाददाता, सिरसा :सिरसा के ऐलनाबाद क्षेत्र के गांव ममेरा कलां निवासी व्यक्ति ने मुथुट फाइनेंस कंपनी ऐलनाबाद के कर्मचारियों पर मिलीभगत कर धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए हैं। उसने इस संबंध में गृहमंत्री व पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी है। शिकायतकर्ता का कहना है कि उसने फाइनेंस कंपनी से गोल्ड लोन लिया था लेकिन कंपनी के अधिकारियों ने मिलीभगत कर बिना उसकी मंजूरी के उसके सोने की आक्सन करवा दी। ऐलनाबाद थाना पुलिस ने मुथूट कंपनी के सुभाष सेठी, सुरेंद्र कुमार व दिनेश जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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पुलिस को दी शिकायत में पवन ने बताया कि उसने मुथूट फाइनेंस लिमिटेड ब्रांच ऐलनाबाद से गोल्ड लोन लिया था। बीती सात जनवरी को जब वह अपने भाई के साथ कंपनी में गया तो उसने अपना हिसाब बनाकर दिया। इस दौरान कंपनी के अधिकािरयों ने कहा कि आपको ब्याज में कुछ छूट मिल जाएगी आप 31 मार्च 2021 के बाद गोल्ड लेकर जाना। उसम समय जो मौजूदा मैनेजर था, उसने 14 जनवरी 2021 को कंपनी से रिजाइन दे दिया। पवन ने आरोप लगाया कि कंपनी के अधिकारियों ने मिलीभगत कर बिना उसे कोई कानूनी नोटिस दिये व बिना उसकी सहमति के उसका सारा गोल्ड आक्सन कर दिया।

इस माले में उसने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। जिसके बाद कंपनी के सुभाष सेठी, वर्तमान मैनेजर सुरेंद्र कुमार व पूर्व मैनेजर दिनेश कुमार को ऐलनाबाद थाने में बुलाया गया। उनके पास गोल्ड आक्सन करने को लेकर कोई प्रूफ नहीं था। उन्ळोंने एक सप्ताह का समय मांगा और कहा कि आपका गोल्ड रिकवरी कर देंगे। पवन ने बताया कि कार्यवाही के दौरान उसे पता चला कि सुरेंद्र कुमार ब्रांच मैनेजर ने भी उसका एक अकाउंट आक्सन किया था। जब उसने कंपनी के अधिकारी सुभाष सेठी को फोन किया तो उसने अटेंड करने की बजाय नंबर ब्लेक लिस्ट में डाल दिया।

पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसने कंपनी में करीब साढ़े 22 तोले सोना रखा था, जिसे अधिकारियों ने मिलीभगत कर आक्सन करवा दिया। ऐलनाबाद थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उपनिरीक्षक ताराचंद मामले की जांच कर रहे हैं।


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