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लॉकडाउन का उल्लंघन तो दुकानदारों की खैर नहीं, महिला कर्मचारी ऐसे खोल रहीं कच्चा चिट्ठा

रोहतक में लॉकडाउन का उल्लंघन रोकने को नई पहल की गई है। 30 सदस्यों की टीम में 10 महिला कर्मी शामिल की गई हैं। ये ग्राहक बनकर दुकानदारों को फोन करती हैं। दुकानदारों का कच्चा चिट्ठा साक्ष्यों के साथ खोलती हैं। 47 दुकानदार जाल में फंस चुके हैं।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 03:53 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 03:53 PM (IST)
लॉकडाउन का उल्लंघन तो दुकानदारों की खैर नहीं, महिला कर्मचारी ऐसे खोल रहीं कच्चा चिट्ठा
करीब 20 दिन पहले महिला कर्मचारियों की यह टीम गठित की थी।

रोहतक, जेएनएन। आप दुकानदार हैं और लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं करते हैं तो सतर्क हो जाएं। फोन पर ग्राहक होने का लालच दुकान को सील कराने से लेकर जुर्माना भी लगवा सकता है। दरअसल, नगर निगम के आयुक्त प्रदीप गोदारा के आदेश पर 30 सदस्यीय टीम में 10 महिला कर्मचारियों को अलग से शामिल किया है। यही महिला कर्मचारी दुकानदारों की तरफ से तोड़े जा रहे नियमों का कच्चा चिट्ठा साक्ष्य सहित खोलती हैं। अभी तक 47 दुकानदार इन नगर निगम की महिला कर्मचारियों के शिकंजे में आ चुके हैं।

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नगर निगम के आयुक्त गोदारा ने करीब 20 दिन पहले लॉकडाउन नियमों को तोड़ने वालों की हकीकत पता लगाने के लिए महिला कर्मचारियों की एक टीम गठित की थी। यह पहला मौका था जब अतिक्रमण हटवाने और दुकानों पर कार्रवाई के लिए महिला कर्मचारियों को शामिल किया है। यह महिला कर्मचारी दुकानों के शटर या प्रतिष्ठान पर लिखे फोन नंबर पर संपर्क करती हैं। फिर दुकानदार दुकान के अंदर आने को कहता है तो हालात बदले हुए पाते हैं। कई स्थानों पर कार्रवाई के बाद बेहद चिंताजनक हालात सामने आए। क्योंकि दुकानों के अंदर जैसे ही नगर निगम की महिला कर्मचारी ग्राहक बनकर पहुंचती हैं तो अंदर अन्य कई ग्राहक भी मिलते हैं। इशारा पाकर निगम की टीम छापेमारी करती। फिर कार्रवाई तय होती है।

अब दुकानदार हो गए सयाने

नगर निगम के भूमि अधिकारी सुरेंद्र गोयल कहते हैं कि आयुक्त प्रदीप गोदारा का आइडिया था। लॉकडाउन के नियमों का किस तरह से उल्लंघन किया जा रहा है हमें पता नहीं था। मगर महिला कर्मचारियों ने नकली ग्राहक बनकर हकीकत सामने लाने का कार्य किया है। इन्होंने यह भी बताया कि अब दुकानदार भी सयाने हो गए हैं। महिला कर्मचारी फोन करती हैं तो सबसे पहले यह कोशिश करते हैं कि कोई आसपास तो नहीं। वहीं, पालिका बाजार के अलावा कई ऐसे बाजार हैं जहां दुकानों के निकट ही दुकानदार या फिर उनके कर्मचारी मंडराते रहते हैं। ग्राहक को देखते ही शटर से सामान बेच रहे हैं। यहां भी निगम की टीम कार्रवाई कर चुकी है।

इन मामलों से समझें 

केस एक : शौरी क्लाथ मार्केट में अंदर निकले 19 ग्राहक

शौरी क्लाथ मार्केट में एक प्रतिष्ठान संचालक को नगर निगम की महिला कर्मचारी ने फर्जी ग्राहक बनकर फोन किया। प्रतिष्ठान कपड़ा कारोबारी ने पीछे की तरफ से आने को कहा। महिला कर्मचारी ने जब प्रतिष्ठान के अंदर एंट्री की अंदर 19 ग्राहक थे। निगम की टीम को मिस काल लगाकर आने का इशारा किया। संबंधित प्रतिष्ठान के अलावा तीन अन्य प्रतिष्ठानों को सील किया गया था।

केस दो : रेलवे रोड पर साइकिल वाले भी आ गए झांसे में

रेलवे रोड पर एक साइकिल विक्रेता की दुकान पर भी इसी तरह छापा डाला गया। यहां नकली महिला ग्राहक ने साइकिल खरीदने की बात कही। यह भी पूछा कि प्रतिष्ठान में आए तो कोई परेशानी तो नहीं। इस पर दुकानदार ने सीधे तौर से कहा हमारे यहां और भी ग्राहक अंदर हैं। निगम की टीम भी दूसरे रास्ते से दुकान के निकट पहुंच गई। बाद में अंदर से सात ग्राहक निकले, दुकानदार बाद में भागने लगा। इसलिए दुकान सील कर दी।

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