पिता रेसलर बनाना चाहते थे मगर हिसार की दीपिका ने हाकी को चुना, आज देश की बेस्ट ड्रैग फ्लीकर
हिसार की दीपिका और शर्मिला का भारतीय सब जूनियर हाकी टीम में चयन हुआ है। शर्मिला भारतीय हाकी का जाना माना चेहरा है। वह हाल ही में ओलंपिक प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम का सदस्य रही हैं। दीपिका सहरावत को पहली बार भारतीय सब जूनियर हाकी टीम में जगह मिली।
जागरण संवाददाता, हिसार : हाकी में हरियाणा छाया हुआ है। टोक्यो ओलिंपिक में जाने वाली भारतीय टीम में भी ज्यादातर खिलाड़ी हरियाणा से ही थे। महिला टीम में तो नौ लड़कियां हरियाणा की थी। अब हिसार की दीपिका और शर्मिला का भारतीय सब जूनियर हाकी टीम में चयन हुआ है। शर्मिला भारतीय हाकी का जाना माना चेहरा है। वह हाल ही में ओलिंपिक प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम का सदस्य रही हैं। वहीं एचएयू कैंपस में रहने वाली दीपिका सहरावत को पहली बार भारतीय सब जूनियर हाकी टीम में जगह मिली है। दीपिका के पिता जगदीश सहरावत एचएयू में लैब एसिस्टेंट हैं।
दीपिका के कोच आजाद सिंह मलिक ने बताया कि दीपिका के परिवार में कुश्ती को ज्यादा अहमियत दी जाती रही है। दीपिका के पिता भी उसे रेसलर बनाना चाहते थे। सात साल की उम्र में वह दीपिका को गिरी सेंटर में लेकर गए थे। दीपिका के साथ उनका भाई प्रवेश सहरावत भी था। दीपिका रेसलिंग में गई मगर उसका मन नहीं लगा। वह गिरी सेंटर के बाहर हाकी ग्राउंड पर जाकर बैठ गई। वह दो दिन लगातार हाकी ग्राउंड पर बैठकर हाकी प्लेयरों को खेलते हुए देखती।
इसके बाद कोच आजाद सिंह मलिक की नजर सात साल की लड़की पर पड़ी जो ग्राउंड पर रोजाना आकर बैठती। कोच ने तीसरे दिन भी जब लड़की को देखा तो बुला लिया और पूछा क्या तुम्हे हाकी खेलना पसंद है। दीपिका ने कहा हां। इसके बाद कोच आजाद सिंह मलिक ने दीपिका को ट्रेनिंग दी।
दीपिका आज देश की बेस्ट ड्रैग फ्लीकर में से है। कोच आजाद सिंह मलिक ने बताया कि भारतीय हाकी टीम की प्लेयर गुरजीत कौर के बाद दीपिका ही ड्रैग फ्लीकर के लिए एक विकल्प है। वह बेहतरीन खिलाड़ी है अौर वह अकेली ऐसी खिलाड़ी है जो सब जूनियर, जूनियर, सीनियर तीनों ग्रुप लगातार 2017, 2018, 2019 में खेली है।