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Fatehabad Anaj Mandi Workers Protest: किसानों को हुआ 3.27 पैसे का फायदा, तो मजदूरों ने की हड़ताल, ये है वजह

सरकार द्वारा काटी गई 3 रुपये 27 पैसे प्रति बैग मजदूरी फिर बढ़ाने के लिए फतेहाबाद व जाखल सहित कई अनाज मंडियों में मजदूर धरना शुरू करेंगे। उनका कहना है कि इसके लिए उनकी यूनियन कार्य कर रही है। सरकार पर दबाव बनाते हुए मजदूरी के रेट फिक्स करवाए जाएंगे।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 07:16 PM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 07:16 PM (IST)
Fatehabad Anaj Mandi Workers Protest: किसानों को हुआ 3.27 पैसे का फायदा, तो मजदूरों ने की हड़ताल, ये है वजह
फतेहाबाद अनाज मंडी में मजदूरों ने किया प्रदर्शन।

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। अनाज मंडी का व्यापारी हो या मजदूर। सब एक-एक पैसे ही अहमियत समझते है। अब सरकार ने किसानों की फसल खरीदते समय सफाई के नाम पर लिए जाने वाले चार्ज को हटा दिया। यह चार्ज किसानों से वसूल कर व्यापारियों के मार्फत मजदूरों को दिया जाता रहा है। करीब 3.27 रुपये प्रति बैग से किसानों को फायदा हुआ। वहीं इसके विरोध में मजदूरों ने हड़ताल कर दी। उनका कहना है कि सरकार जब तक उनकी मांग को नहीं मानते तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे। मंडी में न तो किसी प्रकार का कार्य करेंगे। न ही किसी अन्य मजदूर को काम करने देंगे। इसको लेकर जिले की अनाज मंडी फतेहाबाद, जाखल, टोहाना व रतिया में अनाज मंडी मजदूर यूनियन ने प्रदर्शन किया। जिसमें बड़ी संख्या में मजदूर शामिल हुए। 

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मजदूरों को पहले प्रति बैग मिलते थे इतने रुपये

अनाज मंडी व खरीद केंद्रों पर मजदूरों को फसल उतरवाने, उसे बाेरियों में भरने, वजन करते हुए उसे वाहन में लोड करने सहित सभी कार्य के 16 रुपये 23 पैसे प्रति बैग (50 किलोग्राम) के हिसाब से दिहाड़ी मिलती थी। यह दिहाड़ी फसल खरीदने वाला व बेचने वाला दोनों मिलकर देते है। अब सरकार ने इसमें फसल बेचने वाले यानी किसान से सफाई के नाम पर ली जाने वाले 3.27 पैसे का चार्ज खत्म कर दिया। अब किसान से ट्राली से फसल उतरवाई के नाम का ही चार्ज लिया जाएगा। जो की प्रति बैग 2 रुपये है। ऐसे में अब मजदूरों को खरीदार व बेचने वाले से मिलने वाली प्रति बैग मजदूरी 12 रुपये 96 पैसे प्रति बैग मिलेंगे।

अनलोड के नाम पर लिए जाने वाले 2 रुपये के खिलाफ किसान

किसानों का कहना है कि मंडियों में फसल किसान खुद अपने ट्राली यानी डंपर से उतरवाते है। उसके बाद भी किसान से प्रति क्विंटल 4 रुपये व्यापारी काट कर मजदूर को देता है। जब किसान अपने ट्रैक्टर से अपनी फसल मंडी में उतारता है उसके बाद भी किसान के रुपये काटने से रोष हैं। किसान का कहना है कि इसके खिलाफ वे भी अधिकारियों को ज्ञापन सौंपेंगे। ताकि बिना काम किए लिए जाने वाले रुपयों की लूट पर रोक लग सके। 

जाखल व फतेहाबाद में मजदूर देंगे धरना

सरकार द्वारा काटी गई 3 रुपये 27 पैसे प्रति बैग मजदूरी फिर बढ़ाने के लिए फतेहाबाद व जाखल सहित कई अनाज मंडियों में मजदूर धरना शुरू करेंगे। उनका कहना है कि इसके लिए उनकी यूनियन कार्य कर रही है। सरकार पर दबाव बनाते हुए मजदूरी के रेट फिर से फिक्स करवाए जाएंगे। ताकि मजदूरों को कोरोना काल में किसी प्रकार की परेशानी न आए।

मजदूरी कम करने पर सौंपा ज्ञापन

मार्केट कमेटी जाखल के सचिव संदीप गर्ग ने बताया कि मजदूरों ने सरकार द्वारा मजदूरी कम करने पर ज्ञापन सौंपा था। जिसमें मैंने उच्चाधिकारियों को भेजते हुए पूरे प्रकरण से अवगत करवा दिया। जो भी दिशा निर्देश आएंगे उनके बारे में मजदूर यूनियन का बता दिया जाएगा।

सरकार ने आगामी सीजन के लिए ये दिहाड़ी की है फिक्स

चार्ज का नाम                            रुपये

उतराई                                     2 रुपये

बैग भराई व कांटे पर रखना         3 रुपये

तुलाई                                      2 रुपये

कांटे से उतराई                         1.56 रुपये

मशीन से सिलाई                       1.80

वाहनाें में लोडिंग                        2.60

कुल                                        12.96 रुपये

नोट: यह चार्ज प्रति बैग यानी 50 किलोग्राम पर है। एक क्विंटल पर मजदूर को 25.92 पैसे दिहाड़ी मिलती है। जबकि पहले 32 रुपये 46 पैसे थी।


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