हिसार में 18 से 44 आयु वर्ग में हुआ सबसे तेज वैक्सीनेशन, महज दो महीने में डेढ़ लाख से अधिक ने लगवाई वैक्सीन
18 से 44 आयु वर्ग में वैक्सीन लगवाने वाले युवाओं की संख्या डेढ़ लाख को पार कर गई है। जिले में अब इस वर्ग में 153228 लोग कोरोना से बचाव की पहली डोज लगवा चुके हैं। वहीं 4473 ने दूसरी डोज लगवाई है।
जागरण संवाददाता, हिसार। जिले में 18 से 44 आयु वर्ग में वैक्सीन लगवाने वाले युवाओं की संख्या डेढ़ लाख को पार कर गई है। जिले में अब इस वर्ग में 153228 लोग कोरोना से बचाव की पहली डोज लगवा चुके हैं। वहीं 4473 ने दूसरी डोज लगवाई है। खास बात यह है कि 18 से 44 आयु वर्ग में वैक्सीनेशन का चौथा चरण शुरू किया गया था। जो तीन चरणों के बाद सबसे अंत में शुरू किया गया है। इसके बावजूद इस वर्ग में सबसे अधिक तेजी से वैक्सीनेशन हुआ है।
युवाओं में वैक्सीन लगवाने को लेकर काफी अधिक रूचि देखने को मिल रही है। जिसके चलते सिर्फ दो महीने के अभियान में ही इस वर्ग में सबसे अधिक लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है। वहीं 45 से 60 आयु वर्ग में भी एक लाख से अधिक लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। इस वर्ग में 123018 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है। जबकि 22244 लोगों ने दूसरी डोज लगवाई है। वहीं तीसरे नंबर पर 60 से अधिक आयु वर्ग के लोग शामिल हैं। जिनमें 82900 ने पहली डोज लगवाई है। जबकि दूसरी डोज 19454 ने लगवाई है। हेल्थ वर्करों में 13524 लोग पहली डोज लगवा चुके हैं। जबकि दूसरी डोज 10149 लगवा चुके हैं। हालांकि हेल्थ वर्कर पहली और दूसरी डोज लगवाने में सबसे आगे रहे हैं।
गौरतलब है कि जिले में 16 जनवरी को वैक्सीन की पहली खेप पहुंची थी। इसके बाद 19 जनवरी को जिले में कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया था। पहले चरण में 60 से अधिक आयु वर्ग में कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगाई गई। दूसरे चरण में 45 से 60 आयु वर्ग में गंभीर मरीजों को, तीसरे चरण में इसी वर्ग में सभी लोगों को चौथे चरण में 18 से 44 आयु वर्ग में तथा पांचवें चरण में अब गर्भवती महिलाओं को कोरोना से बचाव की डोज लगाई जा रही है। सीएमओ डा. रत्ना भारती का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन और मास्क ही कारगर हथियार है। इसलिए वैक्सीन लगवाए और मास्क पहने।