DAP Crises: हरियाणा में डीएपी किल्लत से किसान परेशान, महिलाएं भी चूल्हा चौका छोड़ कतार में खड़ी
सिरसा में डीएपी का शुक्रवार को स्टाक खत्म हो गया। डीएपी के लिए किसानों को अब इंतजार करना होगा। डीएपी खाद का 15 नवंबर को रैक लगने की उम्मीद है। गेहूं व सरसों की बिजाई करने के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रही है।
जागरण संवाददाता, सिरसा। सरकारी केंद्राें पर डीएपी न मिलने से नाराज किसानों ने डीएपी खाद के वितरण पर भेदभाव के आरोप लगाए हैं। किसानों ने शुक्रवार सुबह जनता भवन रोड पर पहले मार्केट कमेटी कार्यालय के समीप डीएपी से लदे ट्रक को रूकवाकर विरोध जताया। बाद में जनता भवन के पास सहकारी समिति के कार्यालय के आगे सड़क के बीच बैठ कर रोष जताया। किसानों ने करीब दो घंटे तक जाम लगाए रखा। जिसके कारण राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी।
दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे कृषि विभाग के अधिकारी
करीब दो घंटे के बाद कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्हाेंने किसानों को डीएपी का वितरण करवाने और सभी किसानों को कूपन जारी करवाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद किसानों ने जाम हटाया। जाम के कारण करीब दो घंटे तक डीएपी से भरा एक ट्रक फंसा रहा, जिसे निजी केंद्र में जाना था। बाद में किसानों ने खुद ही टोकन काटने में अधिकारियों की मदद की। विभागीय अधिकारियों ने कहा कि आज जिन किसानों को कूपन जारी किए जाएंगे, उन्हें शनिवार को डीएपी उपलब्ध करवाई जाएगी।
किसान नेता सुरजीत सिंह बेगू ने कहा कि सरकार किसानों को बेवजह परेशान कर रही है। किसान सुबह पांच बजे से खरीद केंद्र के बाहर खड़े थे लेकिन केंद्र में सिर्फ अपने चहेतों को ही कूपन जारी हो रहे थे। किसानों ने प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों का कहना था कि कभी मंडियों में उपज बेचने के लिए तो कभी डीएपी और बीज लेने के लिए किसानों को लाइनों में लगना पड़ रहा है।
डीएपी का स्टाक खत्म, 15 नवंबर को रैक लगने की उम्मीद
जिले में डीएपी का शुक्रवार को स्टाक खत्म हो गया। डीएपी के लिए किसानों को अब इंतजार करना होगा। डीएपी खाद का 15 नवंबर को रैक लगने की उम्मीद है। गेहूं व सरसों की बिजाई करने के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रही है। किसानों को पहले आए रैक में कूपन देकर तीन या दो बैग डीएपी दी गई। डीएपी खाद के लिए सहकारी समिति केंद्र व दुकानें खुलने से पहले ही किसानों की लाइनें लग रही है। किसान केंद्रों के आगे रात्रि व सुबह तड़के से ही लाइन में लग रहे हैं।
सरसों की बिजाई का समय निकाला
सरसों की बिजाई का समय निकाल गया है। सरसों की जिले में 170 एकड़ में बिजाई हो चुकी है। हालांकि फिर भी किसान सरसों की बिजाई कर रहे हैं। वहीं जिले में गेहूं की 7 लाख 30 हजार एकड़ में बिजाई होनी है। अभी तक 15 प्रतिशत बिजाई हुई है। गेहूं की दिसंबर माह तक बिजाई होगी। जिले में 42 हजार मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत है। जिले में अभी तक करीब 22 हजार 500 मीट्रिक टन डीएपी पहुंची है।
तीन दिन पहले लगा था रैक
जिले में डीएपी का तीन दिन पहले रैक लगा था। उसमें 1500 एमटी डीएपी मिली थी। उसका स्टाक खत्म हो गया है। जिले में 15 नवंबर को रैक लगेगा। जिस पर किसानों को डीएपी मिल जाएगी। गेहूं की बिजाई सीजन तक पर्याप्त मात्रा में डीएपी आ जाएगी। अब समय समय पर रैक लगते रहेंगे। - डा. बाबूलाल, कृषि उपनिदेशक, कृषि विभाग, सिरसा
इधर डबवाली में चूल्हा-चौका छोड़ डीएपी के लिए कतार में लगी महिलाएं
डीएपी वितरण में अव्यवस्था ने महिलाओं को कतार में ला खड़ा किया है। शुक्रवार को डबवाली अनाज मंडी में विभिन्न गांवों से आई महिलाएं कतार में थी। जिस महिला के हाथ में कूपन था, उसे एक बैग डीएपी मिली। महिलाओं ने ऐसी अव्यवस्था पर प्रशासनिक अधिकारियों को कोसते हुए सरकार से व्यवस्था बनाने की मांग की। महिलाओं ने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है जब डीएपी के लिए हम चूल्हा-चौका छोड़कर कतार में खड़ी है।
जिनके पास कूपन उन्हें ही मिल रही खाद
अनाज मंडी में खाद विक्रेता शटर डाउन करके खाद बेच रहे है। केवल उन्हीं किसानों को खाद दी जा रही है, जिनके पास 11 नवंबर के कूपन है। इस संबंध में खाद विक्रेता ने नोटिस बोर्ड लगाया हुआ है। बिना कूपन वाले किसान सुबह पांच बजे से कतार में खड़े है। गांव देसूजोधा के किसानों का कहना है कि उनके गांव में पैक्स है। वहां डीएपी आई थी लेकिन उन्हें नहीं मिली, क्योंकि उन्होंने पैक्स में खाता नहीं खुलवा रहा। किसानों का कहना है कि दुकान का अगला दरवाजा बंद है, पिछले दरवाजे से खाद वितरण हो रहा है। इधर दूसरे खाद विक्रेता के आगे किसानों की लंबी कतार नजर आ रही है। यहां महिलाएं भी कतार में लगी हुई है। राजपुरा की किसान मीना कुमारी, मनप्रीत गंगा, सिमरजीत कौर गंगा, सर्वजीत कौर मांगेआना का कहना कि उनके पास कूपन है। एक कूपन पर एक ही बैग डीएपी दिया जा रहा है। कोई सुबह पांच बजे तो कोई छह बजे यहां आया था। नई अनाज मंडी में डीएपी वितरण के दौरान पुलिस का पहरा रहा। शहर थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।
किसान नेताओं ने कहा साजिश के तहत डीएपी उपलब्ध नहीं करवा रही सरकार
डीएपी को लेकर सरकार किसानों को जानबूझकर परेशान कर रही है। यह आरोप हरियाणा किसान एकता के गुरप्रेम सिंह देसूजोधा, एसपी मसीतां , जसवीर अलीकां, मनदीप देसूजोधा, गुरपाल सरपंच, खुशदीप हैबुआना, प्रदीप सिंह, पप्पू सिंह, बोहड़ सिंह नीलांवाली ने संयुक्त बयान में लगाया। किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि इन दिनों गेहूं बिजाई का सीजन पूरी तेजी से चल रहा है और उसके लिए उन्हें पर्याप्त खाद व डीएपी की आवश्यकता है मगर सरकार के हठी रवैये के कारण किसानों को पर्याप्त डीएपी उपलब्ध नहीं हो पा रही जिससे उनकी फसल बिजाई प्रभावित हो रहा है।