MLA Babli-Farmers dispute: बबली ने जताया खेद, वापस लेंगे मामले, रात 9 बजे किसान थाने में धरने पर बैठे
जजपा विधायक देवेंद्र बबली और किसानों के बीच विवाद 5 दन बाद समाप्त हो गया। शनिवार को राकेश टिकैत गुरनाम चढ़ूनी की अगुवाई में सैकड़ों किसान गिरफ्तारी देने पहुंचे थे। हालांकि प्रशासन की ओर से दर्ज मुकदमे रद करवाने के लिए टोहाना थाने का घेराव अभी भी जारी है।
फतेहाबाद/टोहाना, जेएनएन। एक जून को टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र बबली व कृषि कानूनों में सुधार का विरोध कर रहे आंदोलनकारियों के बीच हुए विवाद का आखिरकार पांच दिन बाद पटाक्षेप हो गया। आंदोलनकारी संगठनों की कमेटी के सामने विधायक देवेंद्र बबली ने माना कि उनके निजी सचिव द्वारा जो केस दर्ज करवाया गया है वो वापस लेंगे और उनके द्वारा जो शब्द कहे गए हैं, उन्हें नहीं कहने चाहिए थे। इसके लिए उन्होंने कमेटी के सामने खेद प्रकट किया। विधायक के साथ समझौता होने व उनके द्वारा खेद प्रकट करने के बाद भी आंदोलनकारियों ने सदर पुलिस थाना के बाहर से धरना वापस नहीं लिया है। आंदोलनकारियों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से दर्ज कराया गया केस भी वापस लिया जाए तभी वे धरना समाप्त करेंगे।
शनिवार दोपहर बाद तीन बजे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी सहित कई आंदोलनकारी नेता सदर थाना के बाहर धरना देकर गिरफ्तारी की मांग की। लेकिन उसी दौरान आंदोलनकारी नेता जोगेंद्र नैन के पास विधायक की तरफ से मैसेज आया कि वह उनसे बात करना चाहते हैं। यह बात आंदोलनकारियों के सामने रखी तो वे राजी हो गए।
12 सदस्यीय कमेटी के साथ चली एक घंटे तक बैठक
आंदोलनकारियों ने 12 सदस्य कमेटी बलियाला हेड के पास बने रेस्ट हाउस में गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में भेजी। जिसमें जोगेंद्र घासीराम, सूबे सिंह समैन, बल्ली समैन, मास्टर रघुवीर सिंह, राजेंद्र गिल, रणजीत ढिल्ली, जगतार रत्ताथेह, मनजीत पूर्ण माजरा, हरदीप गिल आदि उपस्थित रहे। वहीं बैठक में विधायक देवेंद्र बबली, उनके भाई मनोज, विनोद के अलावा दो अन्य सदस्य शामिल हुए। यह बैठक एक घंटा 8 मिनट तक चली। इस दौरान विधायक ने आंदोलनकारी नेताओं से कहा कि वो इस मामले में समझौता करने के लिए तैयार हैं और जो मामले दर्ज किए हैं वो वापस ले लेंगे। कमेटी के सदस्य राजी हो गए।
विधायक देवेंद्र बबली ने वीडियो में ये कहा
एक जून को मैं टोहाना गया था और जो भी घटना हुई थी, मेरे साथ जिन लोगों ने मेरे साथ जो भी किया मैं उन्हें माफ करता हूं। इस घटना के दौरान मेरे से कुछ ऐसे शब्द निकले जो जनप्रतिनिधि होने के नाते शोभनीय नहीं थे। मैं सभी मामले को वापस लेता हूं और खेद प्रकट करता हूं।
टोहाना थाने का घेराव किए बैठे हैं किसान
टोहाना में किसानों और विधायक बबली के बीच चल रहा विवाद बेशक टल गया हो। लेकिन किसान सदर थाना का घेराव किए हुए हैं। विधायक देवेंद्र बबली ने उनके निजी सचिव व चालक की ओर से दर्ज करवाए गए मुकदमे वापस लेने का आश्वासन दिया है। लेकिन, प्रशासन की ओर से 2 जून को विधायक देवेंद्र बबली के आवास का घेराव करने जा रहे युवाओं के विरुद्ध दर्ज मामला वापस लेने पर पेंच फंस गया है। 27 लोगों की गिरफ्तारी के बाद 24 को रिहा कर दिया गया था। बाकी को जेल भेज दिया गया था। किसान कमेटी ने इस मामले को लेकर डीएसपी व एडीसी से भी बात की, लेकिन सिरे नहीं चढ़ी।
टोहाना थाने के सामने धरने पर बैठे गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत किसान नेता।
रात 9 बजे थाने में धरने पर बैठे किसान
इसके कारण रात लगभग 9 बजे संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत सहित प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी, जोगेंद्र घासी राम नैन, योगेंद्र यादव सहित तमाम स्थानीय कमेटी के सदस्य और हजारों किसान सदर थाने में धरने पर बैठ चुके हैं। जब तक यह मामला पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाता तब तक वह अपना धरना जारी रखेंगे। उधर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद हो गया। सदर थाने के चारों तरफ और बाहर मुख्य मार्ग पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। एक बार फिर तनाव की स्थिति बन गई है।
2 बजे टोहाना पहुंचे राकेश टिकैत
इससे पहले टोहाना में राकेश टिकैत करीब सवा 2 बजे पहुंचे। उन्होंने पहुंचते ही ऐलान किया कि पुलिस को किसानों को गिरफ्तार करने का शौक है। इसलिए हम गिरफ्तारी देने आए हैं। अब पुलिस को चाहिए कि हमें गिरफ्तार करे। पुलिस के पास वारंट भी होना चाहिए कि वो हमें गिरफ्तार कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस अब वारंट लेकर आए और हम सभी को गिरफ्तार लेकर पक्के में जेल लेकर जाए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों टोहाना के विधायक ने गलत किया। पुलिस ने केवल किसानों पर मामला दर्ज कर दिया । हमारे कुछ साथी घायल हुए। हमारी तरफ से शिकायत दी गई। लेकिन अभी तक विधायक के खिलाफ कोई भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। इसी को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है।
जिला प्रशासन की रुकीं रहीं सांसें
शुक्रवार को किसानों ने ऐलान कर दिया था कि शनिवार को किसान नेता राकेश टिकैत गिरफ्तारी देने के लिए आ रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने टोहाना में नौ कंपनियां तैनात कीं। आने जाने वाले वाहनों की जांच की गई। शनिवार सुबह से ही जिला उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़, एसपी राजेश कुमार सहित अनेक पुलिस अधिकारी टोहाना पहुंच गए। किसी तरह के विवाद को रोकने के लिए पुलिस भी पूरी तरह तैयार रही।
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