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किसान आज जरूर करवाएं रजिस्ट्रेशन, नहीं तो फसल बेचने से भी रह सकते हैं वंचित

किसानों का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है। अगर किसी ने अपनी फसल का पंजीकरण नहीं करवाया तो वे फसल भी नहीं बेच पाएंगे। इसको देखते हुए सरकार ने पांच व छह अप्रैल को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण दोबारा से खोल दिया है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 06 Apr 2021 08:38 AM (IST)Updated: Tue, 06 Apr 2021 08:38 AM (IST)
किसान आज जरूर करवाएं रजिस्ट्रेशन, नहीं तो फसल बेचने से भी रह सकते हैं वंचित
मेरी फसल मेरा ब्‍योरा पर फसल रजिस्‍ट्रेशन का आज आखिरी दिन है

झज्जर, जेएनएन। केवल वहीं किसान अनाज को सरकारी कीमतों पर बेच पाएंगे, जिनका पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण किया हुआ है। इसके लिए किसानों का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है। अगर किसी ने अपनी फसल का पंजीकरण नहीं करवाया तो वे फसल भी नहीं बेच पाएंगे। इसको देखते हुए सरकार ने पांच व छह अप्रैल को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण दोबारा से खोल दिया है। पोर्टल खुलने के बाद किसानों ने अपनी फसलों का पंजीकरण करवाना आरंभ कर दिया है। लेकिन बचे हुए किसानों के बाद अब छह अप्रैल का ही केवल एक दिन बचा हुआ है।

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पोर्टल दोबारा बंद होने से पहले किसानों को पंजीकरण करवाना होगा। ताकि वे अपनी फसलों को बेच सकें। इधर, किसानों की सुविधा के अनुसार सरकार ने पंजीकृत किसानों को सुविधा के अनुसार अनाज बेचने की अनुमति दे दी है। जिस किसान की फसल पंजीकृत है, वह सीधे मंडी में पहुंचकर फसलों को बेच सकता है। हालांकि, फसल खरीद शुरू होने के शुरूआत के दिनों में केवल शेड्यूल के अनुसार ही खरीद हुई। जो काफी धीमी रही थी। अब सोमवार को छूट मिलने के बाद मंडियों में किसानों की संख्या में इजाफा हुआ। साथ ही आवक भी बढ़ी।

मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण के दौरान किसानों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासकर उन गांवों के किसानों को, जिनकी जमाबंदी नहीं है। ऐसे गांव के किसानों को अपनी फसल का पंजीकरण करवाने में दिक्कत हो रही है। ऑनलाइन रिकार्ड नहीं होने के कारण उन्हें विकल्प नहीं मिल रहा। इसलिए उन्हें अधिकारियों के धक्के भी खाने पड़ रहे हैं।

ऐसे में किसानों के समक्ष फसल बेचने पर भी संकट खड़ा हो गया है। अगर किसानों का पंजीकरण नहीं हो पाया तो वे फसल बेचने से भी वंचित रह सकते हैं। जिले में गेहूं खरीद के लिए नौ व सरसों खरीद के लिए पांच खरीद केंद्र बनाए गए हैं। जहां पर किसान अपनी फसलों को बेच सकते हैं। हालांकि इसके लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है। इसलिए किसानों को समय रहते पंजीकरण करने की सलाह दी जा रही है।


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