बिना पंजीकरण नहीं खरीदी जाएगी किसानोें की फसलें, बहुत कम बचा है समय, फिर नहीं खुलेगा पोर्टल
पिछले दिनों पोर्टल बंद होने के कारण काफी किसान बिना रजिस्ट्रेशन के भी रह गए थे। इन वंचित किसानों को लाभ देने के लिए सरकार ने 5 व 6 अप्रैल को फिर से पोर्टल खोलने का निर्णय लिया है। ताकि सभी किसानों की फसलें खरीदी जा सके।
झज्जर, जेएनएन। मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों का ही अनाज सरकारी दामों पर खरीदा जाएगा। जिन किसानों का पंजीकरण नहीं हो रखा, वे सरकारी खरीद के दौरान अपनी फसल को नहीं बेच पाएंगे। इसके लिए किसानों को चाहिए कि वे अपनी फसलों को पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जरूर करवाएं। हालांकि पिछले दिनों पोर्टल बंद होने के कारण काफी किसान बिना रजिस्ट्रेशन के भी रह गए थे। इन वंचित किसानों को लाभ देने के लिए सरकार ने 5 व 6 अप्रैल को फिर से पोर्टल खोलने का निर्णय लिया है। ताकि सभी किसानों की फसलें खरीदी जा सके।
अब किसानों को पंजीकरण के लिए दो दिन का समय मिलेगा। ऐसे में जो किसान अब तक अपनी फसलों का पंजीकरण नहीं करवा पाए, वे पांच-छह अप्रैल को पोर्टल खुलने के बाद करवा सकते हैं। ताकि उनका अनाज भी सरकार द्वारा खरीदा जा सके। जिन किसानों की फसल ऑनलाइन पंजीकृत नहीं है, वे इसका इंतजार कर रहे थे। उनके लिए यह राहतभरी खबर है।
इधर, सोमवार से अनाज की खरीद बढ़ाने के लिए भी प्रयास आरंभ हो जाएंगे। जिसके तहत अब किसानों को ही शेड्यूल में नाम दर्ज करवाने का विकल्प दिया जाएगा। ताकि किसान अपनी इच्छा अनुसार सूचना देकर शेड्यूल में नाम दर्ज करवा सकें। हालांकि एक अप्रैल से शुरू हुई अनाज की खरीद प्रक्रिया अभी तक धीमी ही चली है। धीमी अनाज खरीद को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि अब किसान खुद अपनी इच्छा से शेड्यूल में नाम डलवा सकता है।
इससे वे किसान ही शेड्यूल में शामिल होंगे, जिनके अनाज की कढ़ाई हो चुकी है और वे अनाज को मंडी में ला सकते हैं। अभी तक ई-खरीद के दौरान काफी ऐसे किसानों का भी नाम आया था, जिनकी फसल की अभी तक लावणी व कढ़ाई भी नहीं हुई है। ऐसे में वे किसान अनाज को लेकर मंडी में कैसे पहुंच पाते।