किसान बोले- म्हारे शहीदों के स्वजनों को डीसी रेट पर मिले नौकरी, हिसार डीसी बोली- तारे तोड़कर लाऊं क्या
मांगों को लेकर किसान संगठनों ने हिसार में बड़ा प्रदर्शन किया। लघु सचिवालय के सामने प्रशासन के समझाने के बावजूद किसान अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। इसके कारण वहां काफी देर तक चहलकदमी रही। वहीं पुलिस की भी सांसे फूली रहीं। किसानों के धरने को 120 दिन हो चुके
जागरण संवाददाता, हिसार। कृषि कानूनों को रद्द करवाने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करवाने आदि मांगों को लेकर किसान संगठनों ने हिसार में बड़ा प्रदर्शन किया। लघु सचिवालय के सामने प्रशासन के समझाने के बावजूद किसान अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। इसके कारण वहां काफी देर तक चहलकदमी रही। वहीं पुलिस की भी सांसे फूली रहीं। किसानों के धरने को 120 दिन हो चुके हैं मगर अभी तक काेई समाधान नहीं निकला है। इसके साथ ही किसानों में प्रदर्शन में भारी भीड़ एकत्रित करने के लिए किसान नेताओं की पांच टीमें जिले के गांवों में जाकर प्रचार कर रही थी। जो किसानों को प्रदर्शन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही थी। आज दोपहर किसानों ने लघु सचिवालय के गेट के सामने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और फिर गेट नंबर एक के अंदर घुसने का प्रयास करने लगे।
इस दौरान पुलिस ने रोकने की कोशिश की मगर वो नहीं रुके और अंदर आकर डीसी व एसपी काे ज्ञापन देने की बात कहने लगे। माहौल को बिगड़ते देख एसपी डीसी भी खुद किसानों से मिलने आ गए। इस दौरान किसान नेताओं ने अपनी मांगे बताई और कहा कि किसान आंदोलन में जो किसान शहीद हुए हैं उनके स्वजनों को डीसी रेट पर नौकरी दी जाए। प्रशासन इसकी घोषणा अभी करे।
इसी तरह उन्होंने गांवों में पीने की पानी की समस्या भी उठाई। इस दौरान फसल बीमा करने वाली एक निजी कंपनी पर मामला दर्ज करने की भी मांग उठाई। नौकरी के सवाल पर डीसी प्रियंका सोनी ने कहा कि मेरे हाथ में जो था मैंने कर दिया। कल को अब कोई कहे कि तारे तोड़कर लाओ तो मैं कंहा से ला सकती हूं। किसानों ने फिर कहा कि हम 28 अगस्त को हिसार में फिर से एक बड़ा आंदोलन करेंगे और अपनी मांग मनवा कर रहेंगे।
इन गांवों में किसान नेता संभाल रहे हैं मोर्चा
इन किसान नेताओं में जिला सचिव सतबीर धायल, संदीप धीरणवास, सोमवीर पिलानिया चौधरीवास टोल, लांधड़ी टोल से संदीप सिवाच, समुन्द्र सिंह नम्बरदार, बलराज बिजला नरषोत्तम मेजर, श्रद्धानंद राजली, राजू भगत, धोला जेवरा, रोहतास, ऋषिराज, दयानंद ढुकिया, सतबीर बलौछा, भूपसिंह नया गांव, बरवाला व उकलाना में तथा शमशेर सिंह नम्बरदार, कुलदीप खरड़, सूबेसिंह बूरा, रोहतास मलिक, नरेन्द्र मलिक आदि जिले के अन्य गांवों में दौरा करके किसानों व मजदूरों को 24 अगस्त को लघु सचिवालय पर किये जाने वाले प्रदर्शन का निमंत्रण दे रहे हैं।
किसानों की यह हैं मांगे
किसानों की मांगों में फसल खरीद की गारंटी का कानून बने, खरीफ 2020, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, 2021 जलभराव से बर्बाद 20 हजार एकड़ की स्पेशल गिरदावरी करवाने, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों का सरकारी गिरदावरी अनुसार मुआवजा, बीमा कम्पनी एवं कृषि विभाग पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करनेे, किसानों को डीजल-तेल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी पर देने आदि शामिल हैं। मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा किसानों व मजदूरों का बेमियादी धरना आज 120 वें दिन भी जारी है।