फिर से जोर पकड़ रहा किसान आंदोलन, गांव-गांव से इकट्ठा किया जा रहा दूध और राशन
दिल्ली हिंसा के बाद लग रहा था किसान आंदोलन कमजोर पड़ गया है लेकिन वीरवार रात से अचानक माहौल बदलता दिखाई दे रहा है। रोहतक के मदीना गांव के ग्रामीणों ने पंचायत कर शुक्रवार को बड़ी संख्या में मदीना टोल प्लाजा पर पहुंचने का आह्वान कर रखा है
रोहतक, जेएनएन। किसान आंदोलन को एक बार फिर से मजबूती देने की कवायद शुरू कर दी गई है। दिल्ली हिंसा के बाद लग रहा था किसान आंदोलन कमजोर पड़ गया है, लेकिन वीरवार रात से अचानक माहौल बदलता दिखाई दे रहा है। मदीना गांव के ग्रामीणों ने पंचायत कर शुक्रवार को बड़ी संख्या में मदीना टोल प्लाजा पर पहुंचने का आह्वान कर रखा है, जो सुबह से ही वहां पर पहुंचने शुरू हो गए हैं। वहीं सांपला और चुलियाना आदि गांवों में किसान आंदोलन के लिए दूध और अन्य राशन इकट्ठा किया जा रहा है। गांव के युवा किसान घर-घर जाकर सामग्री इकट्ठा कर रहे हैं, जिसे टीकरी बॉर्डर पर चल रहे धरने पर पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा कलानौर क्षेत्र के कुछ गांवों में भी किसान रणनीति बना रहे हैं कि दिल्ली पहुंचकर आंदोलन को फिर से मजबूत बनाया जाए।
खापों ने बुलाई पंचायत, लेंगे ठोस निर्णय
किसान आंदोलन के इस माहौल के बीच शुक्रवार दोपहर 12 बजे किसानों ने भी शहर के जाट भवन में पंचायत बुलाई है। पंचायत में नांदल खाप के लिए दहिया खाप, कंडेला खाप और अन्य कई खापों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। सर्वखाप संयोजक महेंद्र सिंह नांदल का कहना है कि खापों ने किसानों को नैतिक समर्थन दे रखा है। पंचायत में मंथन किया जाएगा कि आगामी रणनीति क्या होनी चाहिए।
पुलिस-प्रशासन भी हुआ अलर्ट
मकड़ौली और मदीना टोल प्लाजा पर चल रहे धरनों को खत्म कराने के लिए पुलिस-प्रशासन पिछले दो दिनों से लगातार किसानों से वार्ता कर रहा है, लेकिन किसान पीछे हटने को तैयार नहीं है। आशंका जताई जा रही थी कि शुक्रवार को पुलिस-प्रशासन तनाव के बीच धरने हटवा सकता है। लेकिन जिस तरीके से वीरवार रात अचानक माहौल ने बदला है उससे पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी भी अलर्ट हो गए हैं। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेशाध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान ने भी दिल्ली से लौटकर शाम तीन बजे मकड़ौली टोल पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है, जिसमें आगामी रणनीति की घोषणा की जाएगी।