हरियाणा में फैमिली आईडी धारक परिवार को घर बैठे मिलेगा 8 से अधिक योजनाओं का लाभ
यदि लोग योग्य हुए तो उन्हें बिना आवेदन किए ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। शुरूआत में 8 से अधिक योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। यहां तक की छात्रवृत्ति व बुढ़ापा पेंशन भी फैमिली आईडी के आधार पर अपने आप मिलेगी। वोट तो बनकर घर पहुंच जाएगा।
फतेहाबाद, जेएनएन। जिन्होंने अपना परिवार पहचान पत्र यानी फैमिली आइडी बना ली है। उन्हें अब सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए धक्के खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यदि वे योग्य हुए तो उन्हें बिना आवेदन किए ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। शुरूआत में 8 से अधिक योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। यहां तक की छात्रवृत्ति व बुढ़ापा पेंशन भी फैमिली आईडी के आधार पर अपने आप मिलेगी। वोट तो 18 साल की आयु होने के बाद बनेंगे आप बनकर घर पहुंच जाएगा। ये लाभ फैमिली आईडी सत्यापन होने के बाद मिलना शुरू होगा। सत्यापन शुरू करने के लिए अधिकारियों की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। आगामी दिनों में सत्यापन का कार्य भी शुरू हो जाएगा। जिले जिले में परिवार पहचान पत्र बनाने का कार्य करीब 96 फीसद पूरा हो गया है। प्रशासन के पास को निदेशालय से डाटा आया था। उसके अनुसार 2 लाख 41 हजार 812 फैमिली आईडी बन गई है। महज 10 हजार 76 आईडी ही बनाना बाकी है।
फैमिली आईडी का सत्यापन का कार्य जल्द शुरू करने के अतिरिक्त उपायुक्त मुनीश नागपाल ने अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देश दिए थे। गठित बूथ लोकल कमेटी द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में परिवारों का आय सत्यापन का कार्य तो करेगी ही। एडीसी के निर्देश है कि कमेटी पोर्टल पर दिए गए परिवारों की बूथ मैपिंग करने के बाद उनका आय सत्यापन करना सुनिश्चित करें। सत्यापन के बाद परिवारों का डेटाबेस तैयार होने के बाद परिवारों को हर योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं रहेगी। इससे योजनाओं के क्रियान्वयन को सरल और पारदर्शी तरीके से लागू होगी। इस अवसर पर नप कार्यकारी अभियंता अमित कौशिक, एमई अमित चोपड़ा, जिला सांख्यिकीय अधिकारी ओपी इंदौरा सहित जोनल अधिकारी व सहायक प्रबंधक मौजूद रहे
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिन्होंने अपनी फैमिली आईडी नहीं बनाई है। वे उसे जल्द बना ले। बाद में सत्यापन करवाने में परेशानी आएगी। अब घटित टीम एक बार ही प्रत्येक घर जाकर उसका सर्वे कर देगी। टीम की रिपोर्ट ही मानी जाएगी। ऐसे में जिन्होंने फैमिली आईडी नहीं बनाई है तो वे निकटवर्ती अटल सेवा केंद्र पर जाकर फैमिली आइडी बना सकते है। उसके बाद आईडी तो बन जाएगी। लेकिन सत्यापन नहीं होगा। ऐसे में स्वत: योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
वोटिंग बूथ के अनुसार गठित की टीम
जिले की तीनों विधानसभा में 700 वोटिंग बूथ हैं। प्रशासन ने इसके अनुसार कमेटी गठित की है। इस कमेटी में शिक्षा विभाग का एक कर्मचारी के अलावा, कंप्यूटर ऑपरेटर, सामाजिक कार्यकर्ता, कॉलेज का विद्यार्थी, वॉलंटियर का शामिल किया है। इनको सर्वे के लिए ट्रेनिंग दी गई है। इसमें कालेज के विद्यार्थी व कंप्यूटर ऑपरेटर को छोड़ दे तो गठित टीम ने पहले भी दो बार सर्वे कर चुकी है। एक बार तो कोरोना काल में राशन के लिए सर्वे किया था। इसके बाद हल्दी हरियाणा के लिए भी इसी टीम ने सर्वे किया था। ये टीम फैमिली आइडी बनाने वाले परिवार की स्थिति जांचेगे। जिसमें देखा जाएगा कि वास्तव में भरी गई जानकारी के अनुसार परिवार की हालत है या नहीं। सरकारी योजनाओं का गलत फायदा उठाने के लिए अपनी आय कम तो नहीं दिखाई। यदि उनको फैमिली आईडी में भरी गई जानकारी में गड़बड़ी मिली तो वे उसे वहीं ठीक करेंगे।
राशन कार्ड से 90 हजार अधिक बन फैमिली आईडी :
जिले में 1 लाख 53 हजार 816 राशन कार्ड हैं। जबकि जिले में 2 लाख 41 हजार 812 फैमिली आईडी बन गई है। प्रशासन के अनुसार 2 लाख 51 हजार 888 फैमिली आईडी बनानी है। जो बनी है वो 9 लाख 16 हजार 655 लोगों की बनी है। प्रशासन के अनुसार महज 10 हजार 76 ही फैमिली आईडी अभी तक नहीं बनी है। जिनकी आइडी नहीं बनी है ऐसे लोगों की पहचान करते हुए उन्हें भी फैमिली आईडी बनाने के लिए कहा जाएगा।
ये मिलेंगे स्वत: लाभ :
अधिकारियों का दावा है कि फैमिली आईडी सत्यापन होने के बाद ये लाभ स्वत: मिलेंगे उनमें प्रमुख :
- मरीज सर्टिफिकेट
- बुढ़ापा पेंशन
- वोटर कार्ड
- मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना सालाना 6 हजार
- गैस कनेक्शन
- बीसी छात्रवृत्ति
- एससी छात्रवृत्ति
फैमिली आइडी का सत्यापन शुरु करने के निर्देश दे दिए है। फैमिली आईडी का सत्यापन करते हुए उसका एक डेटाबेस तैयार किया जागएा। इसके के बाद परिवारों को हर योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं रहेगी। उसे अपने आप लाभ मिल जाएगा। इससे व्यवस्था में पारदर्शी आएगी।- डा. मुनीश नागपाल, अतिरिक्त उपायुक्त।