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अंबाला में एचएसवीपी की ग्रीन बेल्ट में फिर होने लगा अतिक्रमण, निगम नहीं लगा पाया ग्रिल

अंबाला शहर के सेक्टर नौ स्थित हाउसिंग बोर्ड कालोनी में लोगों को 33-33 गज के प्लाट का आंवटन किया हुआ था। जिसमें लोगों ने अपने मकान बना लिए थे। हाउसिंग बोर्ड के नियमों के मुताबिक उन मकानों में यदि कोई बदलाव भी करना होता है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 10:30 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 10:30 AM (IST)
अंबाला में एचएसवीपी की ग्रीन बेल्ट में फिर होने लगा अतिक्रमण, निगम नहीं लगा पाया ग्रिल
अंबाला में ग्रीन बेल्ट दम तोड़ रही।

अंबाला, जागरण संवाददाता। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की ओर सेक्टर नौ हाउसिंग बोर्ड की ग्रीन बेल्ट में कार्रवाई कर दी गई है। जिसमें अतिक्रमण को हटाया गया था। जिसके बाद नगर निगम को इस ग्रीन बेल्ट को बचाने के लिए ग्रिल लगानी थी। लेकिन काफी समय के बाद नगर निगम ग्रिल नहीं लगा पाया। ऐसे में लोगों ने दोबारा से अपनी दुकानों के आगे धड्डे बनाने शुरू कर दिये हैं। ऐसे में एचएसवीपी की ग्रीन बेल्ट में हरियाली बढ़ने की उम्मीद एक बार फिर डगमगाने लगी है। जबकि हाउसिंग बोर्ड से एचएसवीपी की ओर से अतिक्रमण हटाया गया था।  

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शहर में ग्रीन बेल्ट तोड़ रही दम

बता दें कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से सेक्टर एक, सात, आठ, नौ और दस सेक्टर बनाए हुए हैं। इन सेक्टरों में हरियाली बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से ग्रीन बेल्ट भी बनायी हुई है ताकि शहर में हरियाली बरकरार रहे। लेकिन ऐसा कुछ हो नहीं रहा। विभाग ने हरियाली के लिए जगह तो छोड़ दी है। परंतु इसमें ग्रीन बेल्ट दम तोड़ रही थी। 

विभाग ने हटाया था अतिक्रमण

अंबाला शहर के सेक्टर नौ स्थित हाउसिंग बोर्ड कालोनी में लोगों को 33-33 गज के प्लाट का आंवटन किया हुआ था। जिसमें लोगों ने अपने मकान बना लिए थे। हाउसिंग बोर्ड के नियमों के मुताबिक उन मकानों में यदि कोई बदलाव भी करना होता है तो इसके लिए हाउसिंग बोर्ड से अनुमति लेनी पड़ती है। लेकिन यहां अनुमति लेना दूर विभाग को सूचित तक नहीं किया गया। यहां लोगों ने मनमर्जी से मकानों को दुकानों में ही तबदील कर दिया था। जबकि नियमों की बात करें तो आवासीय क्षेत्र को कमर्शियल में तबदील नहीं किया जा सकता। जिसके चलते दुकानदारों ने ग्रीन बेल्ट में अपनी दुकानों के थड्डे बना लिये थे। जिसके बाद एचएसवीपी ने थड्डों को हटा दिया था। लेकिन अब लोगों ने दोबारा से थड्डे बनाने शुरू कर दिये हैं। 

हरियाली बचाने के लिए एचएसवीपी ने निगम को लिखा था पत्र

इंको की ओर से सेक्टरों में एंट्री करने पर मार्केट ही नजर आती है। जबकि विभाग की ओर से ग्रीन बेल्ट के लिए जगह भी छोड़ी गई थी। परंतु ग्रीन बेल्ट पर पौधे लगाए जाने के बाद सेक्टर की शान ओर बढ़ जाएगी। इसके लिए एचएसवीपी ने निगम के ईओ को पत्र लिखा था। परंतु निगम के पत्र जाने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया।


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