Ellenabad By Poll: 19 प्रत्याशियों का भाग्य EVM में कैद, धनतेरस वाले दिन आएगा फैसला
चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में ईवीएम की सुरक्षा के लिए थ्री लेयर सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। स्ट्रांग रूम में किसी की भी एंट्री नहीं होने दी जाएगी। वहां पुलिस व अर्ध सैनिक बलों की टीमों का पहरा रहेगा। यहां 24 घंटे सुरक्षा बल तैनात रहेंगे।
जागरण संवाददाता, सिरसा। ऐलनाबाद उपचुनाव में शनिवार शाम को मतदान प्रक्रिया संपन्न हो गई है। चुनाव में उतरे 19 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया है। कोई भी प्रत्याशी पसंद न होने पर 20वें स्थान पर नोटा का विकल्प भी दिया गया। चुनाव परिणाम दो नवंबर को धनतेरस के दिन घोषित होगा। चुनाव करवाए जाने के लिए पोलिंग पार्टियां एक दिन पहले ही मतदान केंद्रों पर पहुंच गई थी जो शनिवार को मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के साथ ही सीडीएलयू के ला भवन में बनाए गए स्ट्रांग रूम में पहुंची। सभी 211 पोलिंग पार्टियों के साथ अर्धसैनिक बल के जवान रहे। मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद पोलिंग टीमें ईवीएम लेकर चौ. देवी लाल विश्वविद्यालय स्थित ला भवन में बनाए स्ट्रांग रूम में जमा हुई।
पहली टीम पहुंची तो अधिकारियों ने बजाई तालियां
मतदान प्रक्रिया में 211 पोलिंग टीमों ने भाग लिया। सबसे पहले ऐलनाबाद हलके की ढाणी संता सिंह की पोलिंग टीम पहुंची। वहां मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों ने तालियां बजाकर टीम का स्वागत किया। ईवीएम जमा करवाने के लिए 150 कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई थी। ईवीएम जमा करवाने के लिए 15 टेबल लगाई गई थी। प्रत्येक टीम को दी गई सामग्री की जांच के बाद उसे वापस लिया गया और इसके बाद ही कर्मचारियों को मतदान ड्यूटी से मुक्त किया गया। राजनीतिक दलों से जुड़े प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ही ईवीएम को जमा करवाए जाने का कार्य किया गया।
थ्री लेयर सुरक्षा में रहेगी ईवीएम
चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में ईवीएम की सुरक्षा के लिए थ्री लेयर सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। स्ट्रांग रूम में किसी की भी एंट्री नहीं होने दी जाएगी। वहां पुलिस व अर्ध सैनिक बलों की टीमों का पहरा रहेगा। यहां 24 घंटे सुरक्षा बल तैनात रहेंगे। इसके अलावा यहां सीसी कैमरे लगाए गए हैं। विश्वविद्यालय के इर्द गिर्द भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहेंगे।
दो नवंबर को होगी मतगणना
दो नवंबर धनतेरस पर्व वाले दिन ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव के मतों की गणना होगी। सुबह सवेरे से ही मतगणना शुरू हो जाएगी। मतगणना के दौरान राजनैतिक दलों के पोलिंग एजेंट व कर्मचारी भाग ले सकेंगे। संभावना है कि दोपहर तक चुनावी परिणाम की तस्वीर साफ हो जाएगी।
सर्वाधिक मत प्रतिशत का नहीं टूटा रिकार्ड
उपचुनाव में अधिक मतदान का रिकार्ड इस चुनाव में नहीं टूट पाया। यहां सर्वाधिक मतदान 2009 के चुनाव में 89.30 प्रतिशत रहा है जबकि 2019 में 83.65 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसके बाद 2005 में भी यहां 86.27 प्रतिशत मतदान हुआ था। आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो 1967 में 72.58, 1968 में 71.40, 1972 में 74.89, 1977 में 62.35, 1982 में 79.32, 1987 में 78.36, 1991 में 70.75, 1996 में 76.99, 2000 में 72.74 प्रतिशत मतदान हुआ था।