Ellenabad By Poll: अजय चौटाला बोले- ऐलनाबाद अभय चौटाला का नहीं महान जनता का गढ़ है
अजय सिंह चौटाला ने कहा कि एक सफल और परिपक्व लोकतांत्रिक व्यवस्था में कोई भी इलाका या हलका किसी व्यक्ति विशेष का गढ़ नहीं हुआ करता। ऐलनाबाद भी उसका अपवाद नहीं है। एक फेक नैरेटिव हमेशा फैलाने की कोशिश हुई है कि ऐलनाबाद तो अभय चौटाला का गढ़ है।
जागरण संवाददाता, हिसार। सिरसा में एक पत्रकार वार्ता में अजय सिंह चौटाला ने कहा कि एक सफल और परिपक्व लोकतांत्रिक व्यवस्था में कोई भी इलाका या हलका किसी व्यक्ति विशेष का गढ़ नहीं हुआ करता। ऐलनाबाद भी उसका अपवाद नहीं है। एक 'फेक नैरेटिव' हमेशा फैलाने की कोशिश हुई है कि ऐलनाबाद तो अभय चौटाला का गढ़ है। पर मैं पूरे विश्वास के साथ और इस चुनावी अभियान के अनुभव के आधार पर कह रहा हूं कि ऐलनाबाद अगर गढ़ है तो सिर्फ और सिर्फ ऐलनाबाद की जनता का गढ़ है और ये बात इस बार 2 नवंबर को साबित भी हो जाएगी।
आज इस उपचुनाव की नौबत ही एक अहंकारी व्यक्ति के अहंकार की तुष्टि के लिए आई है। युगपुरुष चौधरी देवीलाल जी के विरासत की जंग में पिछड़े हुए एक इंसान का अहम ये स्वीकार ही नहीं कर पा रहा था कि उसे जनता ने नकार दिया है। इसलिए उसने किसान आंदोलन के कंधे पर बंदूक रखकर उस विरासत को हासिल करने के लिए और अपनी इमेज की रचना करने के लिए बेवजह इस्तीफा दे दिया और ऐलनाबाद को बेवजह उपचुनाव में झोंक दिया।
लेकिन बुजुर्ग कहते हैं ना कि 'राम जी जो करते हैं, अच्छा ही करते हैं" शायद ऐलनाबाद वालों के सौभाग्य का उदय होने वाला था इसलिए इनके पूर्व विधायक जी को इस्तीफा देने की सद्बुद्धि आ गई। अब लोगों के पास मौका आ गया है, अगले 3 साल सरकार के साथ चलने और विकास से जुड़ने का। जिसे लोग बार-बार जुबान का धनी कहते हैं, वो व्यक्ति अगर जुबान का धनी होता तो कृषि कानूनों के समाधान तक कभी चुनाव नहीं लड़ता। क्योंकि उन्होंने तो कहा था कि जब तक ये कानून वापस नहीं होंगे मैं विधानसभा का मुंह नहीं देखूंगा।
कानून तो पहले से ही स्टे पर हैं लेकिन उप चुनाव लड़ने खुद फिर से आ गए। जो संकल्प अभय चौटाला ने लिया था कि विधानसभा का मुंह नहीं देखूंगा, ऐलनाबाद की जनता ने उनके संकल्प को पूरा करने का मन बना लिया है। ऐलनाबाद की जनता एक समाज सेवी और विनम्र व्यक्ति को विधायक चुनने का फैसला कर चुकी है और इस महा अभियान में भारतीय जनता पार्टी के तमाम सहयोगी जिसमें जननायक जनता पार्टी की महत्वपूर्ण भूमिका है, कंधे से कंधा मिलाकर हम साथ चल रहे हैं।
वर्तमान सरकार के ये बताए मुख्य अन्य बिन्दु
1. चौटाला राज से ज्यादा नौकरियां।
2. 7 वर्षों में 700 करोड़ आये ऐलनाबाद में।
3. 14 गांवों को सेम से मुक्ति का अभियान जारी।
4. 30 साल बाद कई गांवों को मिला भाखड़ा का पानी।
5. इस हल्के से मुख्यमंत्री भी बने लेकिन पेयजल तक की समस्या खत्म नहीं कर सके।
6. नोहर से कनेक्टिविटी।
7. कुताबढ में घग्गर पर पुल।
8. सफ़ेद मक्खी के बाद सर्वाधिक मुआवजा।