हिसार में बुजुर्ग महिला की लूट के इरादे से हत्या की या कुछ और है वजह, जांच में जुटी है पुलिस
हिसार के एक मकान से बदबू आने लगी तो मकान का ताला तोड़ा गया। अंदर जाकर देखा तो वहां 60 वर्षीय सरिता का शव गली-सड़ी अवस्था में मिला। मौके पर खून बिखरा हुआ था। आशंका है कि करीब चार दिन पहले हत्या हुई है।
जागरण संवाददाता, हिसार। शहर के आजाद क्षेत्र में सनसनीखेज मामला सामने आया है, यहां शास्त्री नगर में 60 वर्षीय सरिता की उसके ही मकान की रसोई में हत्या कर दी गई। यहीं नहीं हत्यारे वारदात को अंजाम देने के बाद घर पर ताला लगा गए, ताकि किसी को पता ना लगे। मकान से बदबू आने लगी तो मकान का ताला तोड़ा गया। अंदर जाकर देखा तो वहां 60 वर्षीय सरिता का शव गली-सड़ी अवस्था में मिला। मौके पर खून बिखरा हुआ था। आशंका है कि करीब चार दिन पहले हत्या हुई है।
सूचना मिलने पर डीएसपी जोगिंद्र, आजाद नगर थाना प्रभारी गुरमीत दल-बल सहित मौके पर पहुंचे, मौके पर फारेंसिक एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई। जिन्होंने मौके से साक्ष्य जुटाए है। शव काे कब्जे में लेकर शहर के सिविल अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया गया, वहां से शव को पोस्टमार्टम के लिए अग्रोहा मेडिकल कालेज रेफर किया गया, जहां रविवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा। मामले में सरिता के बेटे राहुल ने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। राहुल के बयान पर अज्ञात के खिलाफ धारा 302, 201, 452, 34 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
देहरादून से बेटा करता रहा फोन, लेकिन चार दिन से नहीं मिल रहा था जवाब -
मामले में मृतका सरिता के बेटे राहुल मलिक ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। वह नेवी से चीफ पीटी आफिसर के पद से दिसंबर 2018 को रिटायर हुआ था। इसके बाद जनवरी 2019 को वह देहरादून में राष्ट्रीय कृषि व विकास ग्रामीण बैंक में नौकरी करने लगा। राहुल ने बताया कि वह वहां पर अपनी पत्नी रितू और दो बेटों सहित रहने लगा। करीब 15-20 दिन पहले उसने अपनी माता सरिता से फोन पर बात की थी तो उन्होंने कहा था कि सब ठीक है। राहुल ने बताया कि करीब पांच-छह दिन से उसकी माता के दोनों फोन बंद आ रहे थे। परेशान हुआ तो उसने शुक्रवार दाेपहर को अपने पड़ोसी कृष्ण को फोन कर उसकी मां का पता करने को कहा।
कृष्ण घर पहुंचा तो घर के आगे ताला लगा था। लेकिन घर से बदबू आ रही थी। इसके बाद राहुल ने देहरादून से ही डायल 112 पर सूचना दी। इसके बाद शनिवार सुबह राहुल के पहुंचने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मकान का ताला तोड़ा, तो अंदर उसकी मां का शव मिला। पुलिस कई एंगल से मामले की जांच कर रही है। पहले दो दिन जब बेटे को फोन पर जवाब नहीं मिला तो तभी पड़ोसी को फोन क्यों नहीं किया। क्या ताले में चाबी थी, जो हत्या कर लूटने वाले ताला लगाकर गए। क्या हत्यारे ये जानते थे कि किस ताले की चाबी कौनसी है। पुलिस सभी तरह के सवालों के जवाब तलाशने में जुटी है।
मृतक सरिता के मकान का ताला तोड़ा गया तो वहां अंदर के दोनों कमरों पर ताले लगे थे। रसोई का गेट खुला था। रसोई में सरिता देवी फर्श पर गली-सड़ी अवस्था में पड़ी थी। उसके शव के पास एक चद्दर और तीन तकिये पड़े थे। जो ऐसे रखे थे, ताकि खून रसोई से बाहर ना जाए। आसपास खून के धब्बे थे। देखने से प्रतीत हो रहा था कि सरिता से बूरी तरह मारपीट कर उसे घसीटा गया हो। आरोपितों ने घटना का पता ना लगे, इसलिए मकान को ताला लगा दिया।
महिला के आभूषण गायब, लूट के इरादे से हो सकती है वारदात
राहुल ने उसकी मां के मौत के मामले में बताया कि उसे अंदेशा है कि उसकी मां की हत्या शायद लूट के इरादे से की गई है। उसने बताया कि उसकी मां के कानों की बालियां, गले की चेन और हाथ का कड़ा गायब मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हालांकि अब तक मृतका के घर को खंगाला नहीं गया है। हो सकता है घर से भी सामान भी चोरी हुआ हो।
पिता का 2004 में हुआ था देहांत -
सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे राहुल ने बताया कि उसके पिता उदयवीर एग्रीकल्चर विभाग में जूनियर जेई थे। वह सीएसएफ में हिसार में थे। उसके पिता का 2004 में देहांत होने के बाद से ही उसकी मां अकेली रह गई थी। वह नेवी में होने के कारण बाहर ही रहता था। अब भी वह अपनी पत्नी रितू और दो बेटों के साथ देहरादून के धारा रोड पर स्थित अमन विहार में रह रहा है।
अधिक समय घर में ही बिताती थी सरिता
सरिता के घर के आसपास रह रहे लोगों ने बताया कि सरिता देवी अधिकतर समय घर में ही रहती थी। वह आसपड़ोस में भी किसी के पास ज्यादा नहीं जाती थी। लोगों ने बताया कि वह कई बार अपने पीहर भागपत के गांव में और अपने बेटे राहुल के पास देहरादून ही जाती थी। उन्होंने बताया कि दो तीन दिन से घर से बदबू आ रही थी। लेकिन घर के आगे ताला लगा था, इसलिए उन्हें लगा कि बाहर गई है।
गुरमीत, थाना प्रभारी, आजाद नगर, हिसार।