आय अधिक बताकर दाखिला न करने वाले केस की जांच करेगा शिक्षा विभाग
134-ए को लेकर शिक्षा विभाग अधिकारियों के साथ वीरवार को वीसी से हुई बैठक
-134-ए को लेकर शिक्षा विभाग अधिकारियों के साथ वीरवार को वीसी से हुई बैठक
जागरण संवाददाता, हिसार : जिले में 134-ए को लेकर शिक्षा विभाग सख्त कार्रवाही करने के मूड में है। जिन निजी स्कूलों ने बच्चों को आय अधिक बताकर दाखिला देने से मना किया है। अब शिक्षा विभाग ऐसे मामलों की जांच करेगा। इसे लेकर पंचकूला हेडक्वार्टर से शिक्षा विभाग अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी। उसी में यह जांच करने के आदेश दिए थे। कई जिलों में ऐसे मामले सामने आ रहे है। हालांकि, शिक्षा विभाग के पास ऐसा कोई मामला नहीं आया है। अगर किसी अभिभावक को ऐसी शिकायत है तो वह शिक्षा विभाग को अवगत करवाएं।
जिले में 1186 बच्चों को रिजेक्ट किया जा चुका है और 1947 बच्चों का दाखिला हो चुका है। इनमें से अधिकतर बच्चों को पोर्टल पर गलत नाम भरने, क्लास गलत भरने व मनपसंद स्कूल में दाखिला न मिलने के कारण रिजेक्ट किया गया है। कुछ निजी स्कूलों ने रिजेक्ट कर दिए। इनमें से आय से संबंधित कितने मामले है। इनकी जांच की जाएगी। बकायदा परिवार पहचान पत्र में सभी डाटा अपडेट है। किसी बच्चे को निजी स्कूलों ने दाखिला नहीं दिया है। उनको अगली सूची में मौका मिल सकता है। अगर किसी का पोर्टल पर नाम व क्लास गलत भरा या स्कूल में दाखिला लेने नहीं पहुंचे। उनको अगला मौका मिलना मुश्किल होगा।
27 स्कूलों के खाते नंबर नहीं हुए चेक
शिक्षा विभाग के पास 134-ए के बच्चों की सत्र 2020-21 की बकाया फीस के लिए 95 स्कूलों की मांग आई हुई थी। इनमें से 68 स्कूलों को सत्र 2020-21 की फीस के 66 लाख रुपये जारी कर दिए है। अभी भी 27 स्कूलों को फीस जारी करना बाकी है, लेकिन इनके खाते नंबर वेरिफाई होकर नहीं आए है। अगर किसी स्कूल की 134-ए के बच्चों की फीस बकाया है तो वह पोर्टल पर अपनी जानकारी दर्ज कर सकता है। स्कूल में कितने बच्चे दाखिल है और उनकी फीस कितनी बकाया है।
वर्जन..
अभी तक हमारे पास ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है कि किसी स्कूल ने आय अधिक बताकर दाखिला नहीं दिया हो। ऐसी शिकायत आती है तो उसकी जांच करवाई जाएगी।
धनपत राम, डीइइओ।