कोरोना की नई लहर की आहट से हरियाणा में फिर लंबा हुआ पैसेंजर ट्रेनों की बहाली का इंतजार
लंबे से प्रभावित चल रही ट्रेन सेवा को सामान्य होने में तो अभी और समय लगेगा। यात्रियों की ओर से इस रूट पर सभी पैसेंजर ट्रेनाें की बहाली की मांग तो की जा रही है लेकिन कोरोना की नई लहर की आहट से ऐसी संभावना फिर से क्षीण हो रही।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: कोरोना के चलते लंबे से प्रभावित चल रही ट्रेन सेवा को सामान्य होने में तो अभी और समय लगेगा। यात्रियों की ओर से इस रूट पर सभी पैसेंजर ट्रेनाें की बहाली की मांग तो की जा रही है, लेकिन कोरोना की नई लहर की आहट से ऐसी संभावना फिर से क्षीण हो रही है। फिलहाल कुछ पैसेंजर ट्रेन चल तो रही हैं, लेकिन उनमें किराया अभी सामान्य नहीं है।
अभी भी ये पैसेंजर ट्रेन स्पेशल नंबरों से ही चल रही हैं। विगत में रेलवे की ओर से सभी एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल बोगी शुरू करने की घोषणा पर अमल किया गया। इससे एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्री अब जनरल टिकट पर सफर करने लगे हैं, लेकिन पैसेंजर ट्रेनों में न तो अभी किराया सामान्य हुआ है और न ही सभी ट्रेनें ट्रैक पर लौटी हैं।
दिल्ली-रोहतक रेलमार्ग पर एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा कुछ पैसेंजर ट्रेनें भी चल रही हैं, लेकिन ये सभी स्पेशल ट्रेनें हैं। पैसेंजर ट्रेनों में भी अभी न्यूनतम किराया 30 रुपये है, जबकि सामान्य तौर पर यह 10 रुपये होता है। हालांकि इन ट्रेनों में मासिक टिकट की सुविधा सामान्य किराये के आधार पर मिल रही है।
इससे दैनिक यात्रियों को तो कुछ राहत है, लेकिन एक दिन की यात्रा करने वाले यात्रियों को ज्यादा किराया ही देना पड़़ता है। सुबह के समय रोहतक की तरफ जाने के लिए पैसेंजर ट्रेन भी नहीं है। पिछले दिनों ट्रेनों की बहाली की मांग काे लेकर दैनिक यात्री स्टेशन पर प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
22 मार्च 2020 को बंद हुई थी ट्रेन :
कोरोना काल में सभी ट्रेनें 22 मार्च 2020 को बंद हुई थी। कोरोना की तीसरी लहर आने के कारण अभी तक सेवाएं सामान्य नहीं हो पाई और अब चौथी लहर की आहट है। दिल्ली-रोहतक रूट पर कुछ ट्रेनें चल तो रही हैं, लेकिन अभी भी सुबह और शाम के समय दिल्ली-रोहतक की तरफ जाने के लिए पर्याप्त पैसेंजर ट्रेन नहीं है।
इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दैनिक यात्रियों की ओर से इसके लिए कई बार मांग की जा चुकी है। दैनिक यात्री संघ के प्रवक्ता सतपाल हाडा का कहना है कि इस बारे में रेल मंत्री को फिर से पत्र लिखा जाएगा।