कोरोना वायरस के कारण चीन की एप पर ही करनी पड़ रही डाक्टरी की पढ़ाई
कोरोना वायरस के कारण चीन के वुहान शहर से लौटे विद्यार्थियों को ऑनलाइन ही डाक्टरी की पढ़ाई करनी पड़ रही है। ऐसे बहुत से स्टूडेंटस हैं।
हिसार, जेएनएन। कोरोना वायरस के कारण चीन के वुहान शहर से लौटे विद्यार्थियों को ऑनलाइन ही डाक्टरी की पढ़ाई करनी पड़ रही है। ऐसे बहुत से स्टूडेंटस हैं। इसमें से पटेल नगर निवासी पार्षद डा. महेंद्र जुनेजा के बेटे अखिल जुनेजा जनवरी महीने में चीन के वुहान से लौटे थे, वह वहां पर वुहान विश्वविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए थे, लेकिन कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण उन्हें वापस स्वदेश लौटना पड़ा था। इसके बाद से विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें चीन में ना लौटने के संदेश भेजे गए थे। अखिल के साथ जिले में कई विद्यार्थी चीन के विभिन्न शहरों से लौटे थे।
मैसेज से चला रहे काम
अखिल ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से एप पर ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही ह।ै एप पर वीडियो कैमरा के जरिये टीचर भी दिखाई देते हैं और कोई डाउट क्लीयर करना हो तो मैसेज के जरिये क्लीयर कर रहे हंै। अखिल ने बताया कि जून के अंत में परीक्षाएं होनी थी, लेकिन अब परीक्षाओं के बारे में कोई जानकारी विश्वविद्यालय की ओर से नहीं दी गई है।
आइसोलेशन में एक ओर से ही दी एंट्री
सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों को रखने के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड को अस्पताल से अलग करने के लिए गैलरी का पार्टीस्पिेशन किया गया है। आइसोलेशन वार्ड की गैलरी में मैनीफोल्ट गैस प्लांट, मैटरन कार्यालय, प्रसुति बाद विश्राम गृह, फार्मासिस्ट कार्यालय बने हुए हैं। इस गैलरी में आइसोलेशन वार्ड होने के चलते अस्पताल कर्मियों के लिए परेशानी का सबब बनीं हुई है।