बहादुरगढ़ में दो दिन में हुई 22 एमएम बारिश से सबह जगह पानी ही पानी, फसलों को भी नुकसान
बहादुरगढ़ में शनिवार की रात तेज बरसात हुई। सुबह तक कृषि विभाग की ओर से इसकी मात्रा 18.6 एमएम दर्ज की गई। दो दिन के अंदर कुल 22 एमएम से ज्यादा बरसात के कारण गेहूं व सरसों के बड़े रकबे में नुकसान पहुंचा है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : क्षेत्र में बरसात का दौर जारी है। शनिवार की रात तेज बरसात हुई। सुबह तक कृषि विभाग की ओर से इसकी मात्रा 18.6 एमएम दर्ज की गई। दो दिन के अंदर कुल 22 एमएम से ज्यादा बरसात के कारण गेहूं व सरसों के बड़े रकबे में नुकसान पहुंचा है। निचले इलाकों में जलभराव से गेहूं की फसल नष्ट हाे रही है। अभी मौसम में अनिश्चितता बनी हुई है। ऐसे में और बरसात की संभावना है। कृषि विभाग का कहना है कि नुकसान का पता कुछ दिन बाद लगेगा। इधर, बारिश के कारण कई जगह जलभराव हो गया है। झज्जर रोड के अलावा अस्पताल परिसर और बस स्टैंड में भी बरसात का पानी जमा हो गया। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सब्जी मंडी में भी जलभराव से आढ़ती, दुकानदार व ग्राहकों को काफी परेशानी हुई।
इतनी बरसात की संभावना न थी, दो फसलें हो चुकी चौपट
किसानों ने बताया कि इस बार तो मानसून के दौरान भी अत्यधिक बरसात हुई। जिससे बड़े रकबे में फसलें नष्ट हो गई थी। वहां पर रबी सीजन की बिजाई भी देर से हो पाई थी। इस फसल से ही आस थी, मगर उस पर भी ग्रहण लग गया है। सर्दी के मौसम में भी इतनी बरसात की संभावना न थी। आसौदा के 80 वर्षीय दूलीचंद ने बताया कि जनवरी में इतनी बरसात तो उन्होंने अपने जीवन में कभी नहीं देखी। पहले से ही खेतों में नमी ज्यादा थी। ऐसे में ज्यादा बरसात नुकसानदायक साबित हुई है। वहीं कृषि विभाग के उपमंडल अधिकारी डा. सुनील कौशिक का कहना है कि मौसम साफ होने के बाद क्षेत्र के गांवाें से रिपोर्ट तलब की जाएगी।
बरसात से लंबी खिंचेगी ठंडी
इस बरसात से ठंड भी इस बार लंबी खिंचती नजर आ रही है। रविवार को बारिश तो नहीं हुई, लेकिन दिन भर घने बादल छाए रहे। तेज हवा का दौर भी चला। इससे ठिठुरन बढ़ गई। इस दिन अधिकतम तापमान 13 और न्यूनतम नौ डिग्री दर्ज किया गया।