फेसबुक लाइव चलाकर ड्राइवर ने फांसी लगाई
त्रिवेणी विहार कालोनी निवासी पवन (26 साल) ने रविवार को फेसबुक पर लाइव आकर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। ट्रक चालक पवन अपने मालिकों द्वारा करीब तीन साल से वेतन न दिए जाने से परेशान था।
संवाद सहयोगी, उकलाना मंडी : त्रिवेणी विहार कालोनी निवासी पवन (26 साल) ने रविवार को फेसबुक पर लाइव आकर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। ट्रक चालक पवन अपने मालिकों द्वारा करीब तीन साल से वेतन न दिए जाने से परेशान था। पवन की फेसबुक आइडी पौनी बिश्नोई के नाम से है। पुलिस ने पवन के चचेरे भाई के ब्यान पर चार आरोपितों पर केस दर्ज कर लिया है। इन चारों पर पवन ने मरने से पहले आरोप लगाए थे।
मृतक के चचेरे भाई चंद्रमोहन बिश्नोई बूढ़ाखेड़ा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि पवन पुरुषोत्तम और उसके पार्टनरों की कम्पनी में पिछले 3-4 साल से ड्राइवर की नौकरी कर रहा था। वह अपनी मां, पत्नी और उन्हें बताता था कि हांसी निवासी पुरुषोत्तम, बालक निवासी अनिल, बालक के सरपंच कुलदीप और बधावड़ निवासी सुनील पिछले 3 साल से उसका वेतन नहीं दे रहे हैं। साथ ही उसे धमकी भी देते थे कि अगर वह उनकी गाड़ी चलाना छोड़ देगा तो वे उसका पिछला सारा वेतन भी उसे कभी नहीं देंगे। पवन पिछले 6-7 दिनों से अपने घर पर था और वह इस दौरान वेतन नहीं मिलने के कारण परेशान था। चंद्रमोहन के अनुसार 10 अक्टूबर को रात करीब 11 बजे पवन ने वेतन नहीं मिलने से तंग आकर फेसबुक पर लाइव आकर फांसी लगाने का प्रयास किया था। जब उन्होंने इसे देखा तो पवन के मकान में ऊपर बने कमरे में जाकर उसे नीचे उतारा। इस दौरान उन्होंने पवन को काफी समझाया और बाद में पवन अपने परिवार के साथ सो गया था। लेकिन जब उसने अगले दिन सुबह फेसबुक ऑन करके देखा तो पवन पंखे पर फांसी के फंदे से लटका हुआ था। बेडशीट को फाड़कर फंदा बनाया गया था। जब परिवार सोया हुआ था तो पवन ने ऊपर के कमरे में जाकर आत्महत्या की। फेसबुक पर अंतिम लाइव वीडियो देर रात करीब तीन बजे का था। इसमें उसने पुरुषोत्तम, अनिल, सुनील और कुलदीप द्वारा वेतन ना देने, उसे शारीरिक व मानसिक तौर पर परेशान करने का आरोप लगाया है।
उधर जब एंबुलेंस पवन का शव लेकर पहुंची तो विलाप करते उसके स्वजनों ने उकलाना बस स्टैंड के पास सिरसा-चंडीगढ़ मार्ग जाम कर दिया। करीब सवा घंटे बाद पुलिस ने परिवार को समझाकर जाम खुलवाया। जांच आइपीएस अधिकारी से करवाने और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग
मृतक के स्वजनों ने मामले में स्थानीय पुलिस की जांच पर असंतुष्टि जताते हुए किसी आइपीएस अधिकारी से गहनता से जांच करवाए जाने की मांग की। कहा कि आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी किए बिना वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। तीनों बच्चे आठ साल से कम उम्र के
मृतक पवन के तीन बच्चे हैं। दो बेटियां 8 और 6 वर्ष तथा एक बेटा 4 वर्ष का है। उसके परिवार में मां और पत्नी हैं जबकि पिता का पहले ही स्वर्गवास हो चुका है। घर में कमाने वाला अकेला पवन ही था।