Move to Jagran APP

मंत्री बनने के बाद हिसार पहुंचे डा. कमल गुप्ता, तीन घंटे बाद ही आइएएस सहित कई अफसरों पर कार्रवाई

डा. कमल गुप्ता ने कहा कि वह पूरे प्रदेश और हिसार को स्वच्छता को नंबर वन बनाना चाहते हैं। इसके लिए वह अधिकारियों की एक टीम गठित कर इंदौर भेजेंगे। क्योंकि इंदौर स्वच्छता में देश का नंबर वन शहर है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sat, 01 Jan 2022 03:25 PM (IST)Updated: Sat, 01 Jan 2022 07:52 PM (IST)
मंत्री बनने के बाद हिसार पहुंचे डा. कमल गुप्ता, तीन घंटे बाद ही आइएएस सहित कई अफसरों पर कार्रवाई
हिसार पहुंचने पर डा. कमल गुप्ता का कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत।

हिसार, जागरण संवाददाता। नगर निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता पदभार संभालने के बाद पहली बार अपने गृह क्षेत्र में आए। यहां पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया और अपना विजन सामने रखा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने के लिए प्रदेश के शहरी क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने के लिए प्रभावी अभियान चलाया जाएगा, इसके अतिरिक्त शहरों को बेसहारा पशु मुक्त बनाने के लिए भी कारगर कदम उठाए जाएंगे।

loksabha election banner

दोपहर 12 बजे कार्यकर्ताओं से किया संवाद दोपहर 3 बजे सचिवालय में बैठक लेने पहुंचे

साथ ही उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में संदेश किया कि जनता को सताना छोड़ दें। अगर उनको अधिकारी का पद भगवान ने दिया है तो वह उसे जनकल्याण के लिए इस्तेमाल करें अगर वह जनता को सताएंगे तो पाप लगेगा। जैसा निकाय मंत्री ने बोला वैसा करके भी दिखाया। तीन घंटे बाद ही लघु सचिवालय के सभागार में बैठक बुलाई जिसमें जिले के तमाम अफसरों को बुलाया गया मगर हुडा प्रशासक सहित कई बड़े अफसर मीटिंग से नदारद रहे। इतना ही नहीं लेट आने वाले अफसरों को मीटिंग में एंट्री नहीं दी गई। बैठक में अनुपस्थित रहे विभागाध्यक्षों के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी को निर्देश दिए हैं। उन्होंने उपायुक्त से दो दिन में रिपोर्ट तलब की है। गैर हाजिर अफसरों में एचएसवीपी प्रशासक, डीईटीसी, कई एक्सईएन, एसई समेत दर्जनों अधिकारी शामिल हैं।

जनप्रतिनिधि के अफसर फोन न उठाएं तो मुझे बताएं

निकाय मंत्री ने कहा कि जो अधिकारी जनप्रतिनिधि का फोन नहीं उठाएगा तो उस पर कार्रवाई भी होगी। इसके लिए जनप्रतिनिधि काल डिटेल का स्क्रीन शार्ट निकाल लें और उनको भेज दें वह संबंधित अधिकारी से जवाब तलब करेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के मोबाइल में जनप्रतिधि का नंबर फीड होना चाहिए चाहे वह जनप्रतिनिधि किसी भी दल का हो। अगर वह चुनाव में कम वोटों से हार जाता है इसका मतलब यह नहीं कि उस व्यक्ति की उपयोगिता कम हो गई।

चंडीगढ़ बैठक में हिसार मेयर को भी गेट पर खड़ा रखा

डा. कमल गुप्ता ने कहा कि उनके साथ काम करने के लिए समय का पालन करना जरूरी है। उन्होंने शुक्रवार को चंडीगढ़ में मेयर व कमिश्नरों की बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि हिसार के मेयर बैठक में सात मिनट देरी आए थे। मैंने मीटिंग के समय के पांच मिनट बाद ही गेट बंद करवा दिए। मेयर सात मिनट देरी से आए इनको कई देर बाहर खड़ा रहना पड़ा और मुश्किल से एंट्री हो पाई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.