हिसार प्रशासन की बात नहीं मान अब 24 अगस्त को किसान करेंगे प्रदर्शन, गांव-गांव में चल रहा जनसंपर्क
किसान संगठन 24 अगस्त को बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। प्रशासन के समझाने के बावजूद किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। हिसार में लघु सचिवालय पर किसानों के धरने को 117 दिन हो चुके हैं मगर अभी तक काेई समाधान नहीं निकाला गया है।
जागरण संवाददाता, हिसार। कृषि कानूनों को रद्द करवाने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करवाने आदि मांगों को लेकर किसान संगठन 24 अगस्त को बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। प्रशासन के समझाने के बावजूद किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। हिसार में लघु सचिवालय पर किसानों के धरने को 117 दिन हो चुके हैं मगर अभी तक काेई समाधान नहीं निकाला गया है। इसके साथ ही किसानों में प्रदर्शन में भारी भीड़ एकत्रित करने के लिए किसान नेताओं की पांच टीमें जिले के गांवों में जाकर प्रचार कर रही हैं। जो किसानों को प्रदर्शन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।
इन गांवों में किसान नेता संभाल रहे हैं मोर्चा
इन किसान नेताओं में जिला सचिव सतबीर धायल, संदीप धीरणवास, सोमवीर पिलानिया चौधरीवास टोल, लांधड़ी टोल से संदीप सिवाच, समुन्द्र सिंह नम्बरदार, बलराज बिजला नरषोत्तम मेजर, श्रद्धानंद राजली, राजू भगत, धोला जेवरा, रोहतास, ऋषिराज, दयानंद ढुकिया, सतबीर बलौछा, भूपसिंह नया गांव, बरवाला व उकलाना में तथा शमशेर सिंह नम्बरदार, कुलदीप खरड़, सूबेसिंह बूरा, रोहतास मलिक, नरेन्द्र मलिक आदि जिले के अन्य गांवों में दौरा करके किसानों व मजदूरों को 24 अगस्त को लघु सचिवालय पर किये जाने वाले प्रदर्शन का निमंत्रण दे रहे हैं।
किसानों की यह हैं मांगे
किसानों की मांगों में फसल खरीद की गारंटी का कानून बने, खरीफ 2020, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, 2021 जलभराव से बर्बाद 20 हजार एकड़ की स्पेशल गिरदावरी करवाने, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों का सरकारी गिरदावरी अनुसार मुआवजा, बीमा कम्पनी एवं कृषि विभाग पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करनेे, किसानों को डीजल-तेल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी पर देने आदि शामिल हैं। मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा किसानों व मजदूरों का बेमियादी धरना आज 117वें दिन भी जारी है।