Diabetes Control Tips: शुगर काे कंट्रोल नहीं किया तो खत्म हो सकती है आंखों की रोशनी, करें ये उपाय
लंबे समय तक शुगर कंट्रोल ना हो तो यह शरीर में कई समस्याएं पैदा कर सकती है। लगातार पांच साल तक शुगर कंट्रोल न की जाए तो आंखाें की रोशनी जा सकती है। शुगर के कारण दिमाग की नाड़िया ब्लोकेज हो जाती है।
हिसार, जागरण संवाददाता। शुगर यानि डायबिटीज को कंट्रोल नहीं किया जाए तो यह आपकी आंखों की रोशनी भी छीन सकती है। इसलिए शुगर का नियमित रूप से चेकअप जरुरी है। साथ ही शुगर कंट्रोल करने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज और फास्ड-फुड से दूर रहने की जरुरत है। शहर के निजी अस्पताल से नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. एसएस खुराना ने बताया कि शुगर शरीर के किसी भी भाग को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए शरीर में लगने वाली चोट से शरीर का कोई हिस्सा सुन्न होता है तो तूरंत इसकी पहचान कर चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि अगर शरीर के सुन्न होने वाले हिस्से पर ध्यान नहीं दिया गया तो शुगर के कारण शरीर का वह हिस्सा खराब हो सकता है।
लंबे समय तक शुगर कंट्रोल ना हो तो सूख जाती है आंखाें की ग्रंथिया
डा. खुराना ने बताया कि लंबे समय तक शुगर कंट्रोल ना हो तो यह शरीर में कई समस्याएं पैदा कर सकती है। लगातार पांच साल तक शुगर कंट्रोल न की जाए तो आंखाें की रोशनी जा सकती है। शुगर के कारण दिमाग की नाड़िया ब्लोकेज हो जाती है। नाड़ियां ब्लाक होकर सुख जाती है। जिससे आंखों की रोशनी चली जाती है। इस दौरान विशेषज्ञ चिकित्सकों की आवश्यकता पड़ती है। अधिकतर मामलों में मीठे से परहेज न करने वालों, दवाई छोड़ने पर यह समस्याएं सामने आती है। सामान्य शुगर खाली पेट 100 से 120 तक रहना चाहिए और खाना खाने के करीब दो घंटे बाद 140 तक शुगर होनी चाहिए।
कोरोना काल में भी बढ़ी समस्याएं
डा. खुराना ने बताया कि काेरोना काल में भी मोबाइल और कंप्यूटर, लैपटाप के अधिक प्रयोग के कारण आंखों की समस्याएं बढ़ी है। उस दौरान 60 प्रतिशत मरीज इन्हीं समस्याओं के सामने आ रहे थे, हालांकि अब इन मामलों में 30 फीसद की कमी आई है। लेकिन बदलती जीवनशैली और मोबाइल के अधिक प्रयोग ने आंखों की समस्याओं को बढ़ावा दिया है।