गो अभ्यारण्य में केवल 300 गायों की बची जगह, शेड का निर्माण समय पर पूरा नहीं हुआ तो रूक जाएगा अभियान
संकट में पशु पकड़ो अभियान फोटो - 207 - अधिकारी बोले दूसरा शैड भी तैयार जरूरत पड़
संकट में पशु पकड़ो अभियान:
फोटो - 207
- अधिकारी बोले, दूसरा शैड भी तैयार, जरूरत पड़ने पर खाली करवा लेंगे और पशुओं को करेंगे दूसरी जगह शिफ्ट
- गोअभ्यारण्य में 1500 पशु रोके, बाजार में चलाया जा रहा अभियान, अधिकारियों का प्लान: अब सिटी को कर दिया जाएगा बेसहारा पशु मुक्त जागरण संवाददाता, हिसार : शहर को आवारा पशुओं से मुक्त करने के लिए नगर निगम की ओर से एक बार फिर अभियान शुरू कर दिया गया है। यदि जल्द ही गोअभ्यारण्य में पशुओं को ठहराने की व्यवस्था नहीं की गई तो अभियान पर संकट आ सकता है। गो अभ्यारण्य में केवल एक शैड तैयार है, जिसके नीचे 1600 से 1800 पशुओं को रखा जा सकता है। ऐसे में यदि जल्द ही दूसरे शैड की व्यवस्था नहीं हुई तो समस्या आ सकती है। अधिकारियों का दावा है कि जरूरत पड़ने पर दूसरा शैड खाली करवा लिया जाएगा। इतना ही नहीं अब सिटी एरिया में अभियान भी प्रतिदिन चलाया जाएगा।
हिसार सिटी में करीब 2500 से 3000 के बीच पशु सड़कों पर हैं। इसके लिए सीएम अनाउंसमेंट के तहत करीब 14 करोड़ रुपये की लागत से गांव ढंढूर में गोअभ्यारण्य का निर्माण किया जा रहा है। हालांकि गो अभ्यारण्य का निर्माण जारी है लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है। करीब 38 एकड़ जगह में बन रहे गो अभ्यारण्य में तीन शैड का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से दो शैड बनकर तैयार भी हो चुके हैं, केवल एक शैड में पशुओं को रखा जा रहा है। दूसरे शैड के नीचे अभी निर्माण सामग्री और अन्य काम चलने के कारण इसे पशुओं के लिए नहीं खोला गया है। जिस शैड में पशुओं को रखा जा रहा है, उसकी केपेसिटी भी करीब 1600 से 1800 पशुओं की है। इस समय करीब 1500 पशु रखे जा रहे हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि यदि जल्द ही नये शैड की व्यवस्था नहीं की गई तो 300 पशु और पहुंचने के बाद अभियान रोकना पड़ सकता है। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि शहर में अभियान को जारी रखा जाएगा और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी।
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ये है गो अभ्यारण्य की व्यवस्था
- गो अभ्यारण्य में इस समय दो शैड का निर्माण हो चुका है जबकि एक निर्माणाधीन है।
- एक शैड के नीचे निर्माण सामग्री पड़ी होने के कारण यहां पशुओं को नहीं रखा सकता।
- जिस शैड के नीचे पशुओं को रखा जा रहा है, वहां तूड़ी का भी स्टॉक रखा गया है जिस कारण जगह कम है।
- यदि जल्द ही व्यवस्था नहीं हुई तो गर्मियों में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और पशुओं को बाहर धूप में रखना पड़ेगा।
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आंकड़ों में गो अभ्यारण्य
गो अभ्यारण्य में इस समय 450 गाय हैं। 610 नंदी को भी रखा गया है। इसके अलावा 40 छोटे बच्चे हैं। हालांकि पूरी तरह तैयार होने के बाद गो अभ्यारण्य की केपेसिटी 5000 से ज्यादा पशुओं को रखने की होगी। एक शैड के नीचे पांच पशु बाड़ों का निर्माण किया जाएगा। कुल 4 शैड का निर्माण प्रस्तावित है। इनमें से अभी तक केवल एक शैड के नीचे पशुओं को रखा जा रहा है।
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पशु पकड़ो अभियान में जुटी नगर निगम की टीम, 5 दिन में पकड़े 100 से ज्यादा पशु
शहर में आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए नगर निगम की ओर से व्यापक स्तर पर प्लान तैयार किया गया है। लगातार अभियान चलाया जा रहा है। शहर में प्रतिदिन 20 से 25 के बीच पशुओं को पकड़कर गो अभ्यारण्य पहुंचाया जा रहा है। ऐसे में स्पष्ट है कि 5 दिन के भीतर ही 100 से ज्यादा बेसहारा पशुओं को गो अभ्यारण्य पहुंचाया जा चुका है। लेकिन अभी भी शहर के विभिन्न इलाकों में आवारा पशुओं की समस्या चरम पर है। बेसहारा पशु सड़कों पर विचरते हुए नजर आते हैं। सबसे ज्यादा शहर के बस स्टैंड के आसपास और चंडीगढ़ की ओर जाने वाले रोड पर है। इसके अलावा विभिन्न कॉलोनियों से भी शिकायतें मिल रही है। वीरवार और शुक्रवार को नगर निगम की टीम ने शहर की अनाज मंडी और सेक्टर 14 के आसपास अभियान चलाया गया।
गो अभ्यारण्य में पशुओं की व्यवस्था पूरी है, जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त प्रबंध करेंगे: ईओ
देखिए, शहर को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। गो अभ्यारण्य में 5000 से ज्यादा पशुओं को रखने की व्यवस्था है। हालांकि शैड का निर्माण कार्य चल रहा है लेकिन हमारे पास 2 शैड तैयार हो चुके हैं। जरूरत पड़ी तो दूसरे शैड को खाली करवा लिया जाएगा लेकिन पशु पकड़ो अभियान को रुकने नहीं देंगे। इसके अलावा गो अभ्यारण्य में पानी, चारा सहित अन्य आधारभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई है।
- अमन ढांडा, कार्यकारी अधिकारी, नगर निगम, हिसार।