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डिप्टी सीएम ने सीडीएलयू में किया यूनिवर्सिटी आइटी, डाटा एंड कंप्यूटर सेंटर भवन का शिलान्यास

डिप्‍टी सीएम दुष्‍यंत चौटाला ने सीडीएलयू में कहा कि विश्वविद्यालय के अन्दर यदि गुणवत्ता परक शिक्षा प्रदान की जाती है तो इससे आसपास का क्षेत्र तो लाभान्वित होते ही हैं साथ ही साथ विश्वविद्यालय से सम्बन्धित महाविद्यालयों में भी एक अच्छा शैक्षणिक माहौल तैयार होगा

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 06:30 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 06:30 PM (IST)
डिप्टी सीएम ने सीडीएलयू में किया यूनिवर्सिटी आइटी, डाटा एंड कंप्यूटर सेंटर भवन का शिलान्यास
उप मुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के युनिवर्सिटी आईटी, डाटा एण्ड कम्प्यूटर सेन्टर भवन का शिलान्यास करते हुूए

सिरसा, जेएनएन। डिजिटिलाइजेशन के इस युग में सूचनाओं का प्रबन्धन डाटा के रूप में होेता है और जो राष्ट्र सूचनाओं का प्रबन्धन बेहतर तरीके से करेगा वह विश्व महाशक्ति के रूप में उभरकर सामने आयेगा। विश्वभर के शैक्षणिक संस्थानों के अन्दर भी डाटा प्रबन्धन के लिए अनेक प्रकार के शोध कार्य चल रहे हैं। डाटा एकत्रिकरण तथा शोध के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करके शैक्षणिक संस्थान राष्ट्र उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे है।

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ये विचार हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला ने चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के युनिवर्सिटी आईटी, डाटा एण्ड कम्प्यूटर सेन्टर भवन का शिलान्यास करने के उपरान्त विश्वविद्यालय के सभागार में युवा कल्याण निदेशालय द्वारा आयोजित समारोह में उपस्थित प्राध्यापकों, गैर शिक्षक कर्मियों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि विश्वविद्यालय का यह डाटा सेन्टर सूचना प्रौेद्योगिकी को बढावा देने के साथ साथ रिसर्च एण्ड डिजाइनिंग को भी बढावा देगा।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अन्दर यदि गुणवत्ता परक शिक्षा प्रदान की जाती है तो इससे आसपास का क्षेत्र तो लाभान्वित होते ही हैं साथ ही साथ विश्वविद्यालय से सम्बन्धित महाविद्यालयों में भी एक अच्छा शैक्षणिक माहौल तैयार होगा । उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय के अन्दर एक केन्टिन अवश्य होनी चाहिए जहां पर बैठकर विभिन्न विभागों के विद्यार्थी बौद्धिक मंथन कर सकें।

उप-मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देश दिए कि वे ग्रामीण आंचल के उत्थान से सम्बधित पाठ्यक्रम एवम् कार्य योजना तैयार करने में अपना योगदान दें। उन्होने कहा कि विकास की अनेक योजनाओं की गति गावों तक पहुंचते पहुंचते अत्यन्त धीमी हो जाती है इसलिए ग्रामीण विकास से सम्बन्धित योजनाए तैयार करना समय की मांग है और इस दिशा में शैक्षणिक संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते है। ग्रामीण विकास मॉडल तैयार करना समय की मांग है।

उन्होने कहा कि चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के अन्दर भारत के उप-प्रधानमंत्री चौ. देवीलाल के नाम से चेयर स्थापित होनी चाहिए ताकि उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर युवा पीढी प्ररेणा लेकर जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढते हुए राष्ट्र विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।

उन्होने कहा कि चौ. देवीलाल के विचारों की प्रांसगिकता आज भी है। सामाजिक उत्थान के लिए उन द्वारा शुरू की गई बुढापा पेंशन आज 2500 रूपये हो चुकी है और गा्रमीण आंचल की अनेेक परिवारों की दवा आदि सम्बधी आवश्यकताओं की पूर्ति में महत्वपूर्ण योगदान अदा कर रही है। चौ. देवीलाल द्वारा शुरू की गई काम के बदले जो अनाज की योजना शुरू की थी वही योजना आज मनरेगा के रूप में लोगो की रोजगार सम्बधी आवश्यकताओं को पूरी कर रही है। जच्चा बच्चा योजना ने आज न केवल मैंटरनिटी बल्कि पेंटरनिटी लीव का रूप धारण किया है।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए हरियाणा के पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के मंत्री श्री अनूप धानक ने कहा कि शिक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता पर है और विश्वविद्यालय रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम प्रारम्भ करके उद्योग जगत की मांग को पूरा करे सकता है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 अजमेर सिंह मलिक ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की और बताया कि विश्वविद्यालय के अन्दर न्यू ऐजूकेशन पोलिसी के अनुसार पाठ्यक्रर्मो में अमूलचूर परिवर्तन किया जा रहा है। नेक ग्रेडेसन करवाने की दिशा में भी विश्वविद्यालय आगे बढ रहा है । उन्होने कहा कि स्नातक स्तर पर आगामी शैक्षणिक सत्र से पांच विषयों में चार वर्षीय डिग्री के पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए जाएगें।

कुलपति ने बताया कि हरियाणा सरकार शीघ्र ही एक डाटा पोलिसी लेकर आ रही है और गुरूग्राम तथा आसपास के क्षेत्र को डाटा हब के रूप में विकसित करने जा रही है। युनिवर्सिटी आईटीडाटा एण्ड कम्प्यूटर सेन्टर इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। बनने के उपरान्त सिरसा तथा आसपास के क्षेत्र के विद्यार्थियों को ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओें के लिए अन्य जिलों में नहीं जाना पडेगा। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय के अन्दर यूनिवर्सिटी सेन्टर फॉर ग्रेजुएट स्टडी सेन्टर ऑफ आउट रिच प्रोगाम एण्ड एक्सटेंशन स्थापित किया जाऐगा। इस अवसर पर भारत के पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के जीवन के ऊपर एक डाक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। मंच का संचालन डॉ. मन्जू नेहरा ने किया और मुख्य अतिथि तथा आए हुए मेहमानों का धन्यावाद प्रो. पकंज शर्मा ने किया। मुख्य अतिथि को कुलपति ने स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।


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