हांसी में प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्ती बंद करवाई दुकानें
संवाद सहयोगी, हांसी : सर्वोच्च अदालत द्वारा एससी-एसटी एक्ट को लेकर दिए फैसले के विरोध में सोमवार को
संवाद सहयोगी, हांसी : सर्वोच्च अदालत द्वारा एससी-एसटी एक्ट को लेकर दिए फैसले के विरोध में सोमवार को किए गए भारत बंद के दौरान हांसी में छिटपुट ¨हसक झड़पों के बाद शहर लगभग पूरी तरह से बंद रहा। दलित संगठनों के सैकड़ों युवकों के जुलूस का नेतृत्व कर रहे नेताओं ने दुकानदारों से अपील कर शहर के बाजारों को बंद करवा दिया। इस दौरान बड़सी गेट पर दुकानें बंद करने को लेकर दुकानदारों व प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प भी हुई। बाद में पुलिस के मौके पर पहुंचने पर प्रदर्शनकारी बाजारों को बंद करवाने के लिए आगे निकल गए।
भारत बंद के दौरान हांसी में सुबह ही प्रदर्शनकारी आम्बेडकर चौक पर एकत्र होने शुरू हो गए थे। उपमंडल के गांवों व शहर के विभिन्न इलाकों से लोग धरना स्थल पर पहुंचने लगे। कुछ ही देर में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ चौक पर जुट गई और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शहर के बाजारों को बंद करवाने के लिए निकल पड़ी। भीड़ ने आम्बेडकर चौक से लेकर बड़सी गेट होते हुए प्रताप बाजार आदि शहर के सभी बाजारों को बंद करवा दिया। बस स्टैंड के निकट चौ. देवीलाल मार्केट में दुकानें बंद करवाने के लिए पहुंची भीड़ और दुकानदारों में ¨हसक झड़प हो गई। दुकानदारों और दलित समुदाय के युवकों के बीच हुई मारपीट में दुकानदार मंदीप व विजय बडेसरा घायल हो गए। मारपीट की सूचना मिलने पर डीएसपी नरेंद्र कादयान व शहर थाना प्रभारी उदयभान गोदारा ने मौके पर पहुंच कर प्रदर्शनकारी पांच युवकों को हिरासत में ले लिया। इस घटना के बाद मार्केट में राज¨सह व उपप्रधान सुनील बड़सी ने पुलिस को शिकायत देकर दुकानदारों से मारपीट करने व तोड़फोड़ के आरोपितों खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। दलित प्रदर्शनकारियों की भीड़ शहर के बाजारों से होते हुए लघु सचिवालय पहुंची और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकार नारेबाजी की।