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कोरोना वायरस संक्रमित चार मरीजों की रोहतक PGI में मौत, एक दिन में चार मौत से हड़कंप

रविवार देर रात चार मरीजों की मौत से पीजीआइ अधिकारियों में हड़कंप। झज्जर गुरुग्राम सिरसा व सोनीपत के एक-एक मरीज की हुई मौत। एक ही दिन में सबसे अधिक चार मरीजों की मौत

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 15 Jun 2020 05:20 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 05:20 PM (IST)
कोरोना वायरस संक्रमित चार मरीजों की रोहतक PGI में मौत, एक दिन में चार मौत से हड़कंप
कोरोना वायरस संक्रमित चार मरीजों की रोहतक PGI में मौत, एक दिन में चार मौत से हड़कंप

रोहतक, जेएनएन। कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या करीब 325 पहुंच गई है, तो वहीं शुक्रवार देर रात तक पीजीआइ में विभिन्न जिलों के चार संक्रमित मरीजों ने दम तोड़ दिया। चारों मरीजों की मौत के बाद पीजीआइ प्रशासन ने उनके परिजनों को अवगत कराया और सोमवार को नगर निगम की टीम ने मृतकों का अंतिम संस्कार किया।

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रविवार देर रात तक पीजीआइ में झज्जर, गुरुग्राम, सोनीपत और सिरसा के एक-एक मरीज की मौत हो गई। पीजीआइ अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक सिरसा के सेक्टर 19 निवासी 25 वर्षीय मनोज को सिविल अस्पताल सिरसा से 14 जून को रेफर किया गया था। गंभीर स्थिति के चलते उनके उपचार के लिए चिकित्सकों की टीम लगी हुई थी, लेकिन रविवार देर रात करीब 11.15 बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ा और 11.42 बजे मरीज को मृत घोषित कर दिया गया।

वहीं सोनीपत के राई निवासी 48 वर्षीय कृष्ण दत्त को 13 जून को पीजीआइ में भर्ती किया गया था। मरीज को करीब दो दिन से बुखार और सांस लेने में परेशानी थी, जिसके चलते उनका पीजीआइ में उपचार किया जा रहा था। रविवार रात करीब 9.21 बजे चिकित्सकों ने उन्हें भी मृत घोषित कर दिया। वहीं गुरुग्राम के राजीव नगर निवासी 50 वर्षीय मौहम्मद शमशाद को दस दिनों से सांस लेने में परेशानी चलते उनकी जांच कराई गई थी, जिसके बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।

हालत गंभीर होने पर 12 जून को उन्हें कोविड अस्पताल के आइसीयू में शिफ्ट किया गया था। इसके बाद भी सेहत में सुधार न होने पर सांस लेने में परेशानी होने के बाद देर रात करीब 8.33 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, झज्जर जिले के गांव सौल्दा निवासी 53 वर्षीय जय भगवान की भी पीजीआइ में उपचार के दौरान मौत हो घई। बताया जा रहा है कि मृतक को छह दिनों से बुखार व हैडेक की समस्या था।

12 जून को हालत गंभीर होने के चलते डे केयर में शिफ्ट किया गया था। 14 जून की शाम पांच बजे सांस लेने में परेशानी होने के बाद उन्हें हाई फ्लो ऑक्सीजन थेरेपी दी गई, लेकिन शरीर ने पर्याप्त सपोर्ट नहीं किया और 6.30 बजे उनकी मौत हो गई। पीजीआइ के जनसंपर्क अधिकारी डा. वरुण अरोड़ा ने बताया कि चारों मरीजों को संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अंतिम संस्कार के लिए नगर निगम टीम को अवगत करा दिया गया था।


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