फंदे पर लटकता मिला 2 बहनों के इकलौते भाई का शव, पिता की पहले ही हो चुकी मौत
जीवन बहुमूल्य है मगर नासमझी में लोग अपनी जांन गंवा देते हैं। पीछे छोड़ जाते हैं कई ऐसे सवाल जिनका जवाब कभी भी परिवार को नहीं मिलता। एक ऐसी ही घटना दादरी में हुई है। जहां एक गलत कदम से एक पूरा परिवार गम के अंधेरे में डूब गया
चरखी दादरी, जेएनएन। जीवन बहुमूल्य है मगर फिर भी नासमझी में लोग अपनी जांन गंवा देते हैं। पीछे छोड़ जाते हैं कई ऐसे सवाल जिनका जवाब कभी भी परिवार और अपनों को नहीं मिलता। एक ऐसी ही घटना दादरी में हुई है। जहां एक गलत कदम से एक पूरा परिवार गम के अंधेरे में डूब गया। दादरी शहर की हरिनगर कालोनी निवासी एक छात्र ने संदिग्ध परिस्थितियों में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शव का पोस्टमार्टम दादरी के सरकारी अस्पताल में करवाया गया। जहां शव का पोस्टमार्टम करवा शव सौंप दिया गया। पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार पर इत्फाकिया कार्रवाई की है।
जानकारी के अनुसार दादरी की हरिनगर कालोनी निवासी करीब 16 वर्षीय निशांत शुक्रवार रात अपने कमरे में सो रहा था। शनिवार सुबह जब वह काफी देर तक अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो स्वजनों ने उसे आवाज देकर बुलाया। लेकिन उसके बाद भी वह कमरे से बाहर नहीं आया। जिसके बाद स्वजनों ने उसके कमरे की तरफ जाकर देखा तो वह फंदे पर लटका हुआ था। जिसके बाद स्वजन उसे उपचार के लिए दादरी के सरकारी अस्पताल में लेकर आए। यहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी पाकर दादरी सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक की मां शकुंतला देवी के बयान के आधार पर इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाया। वहीं पिता की मौत और अब भाई की मौत से बहनों का रो रो कर बुरा हाल है तो मां बार बार बदहवासी में चली जाती है।
दो बहनों का इकलौता भाई था
सरकारी अस्पताल में मौजूद स्वजनों ने बताया कि निशांत दो बहनों का इकलौता भाई था। वह दसवीं कक्षा में पढ़ता था। स्वजनों के अनुसार पिता के देहांत के बाद से ही निशांत तनाव में रहता था। इसी के चलते उसने आत्महत्या की है। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी सुरेंद्र पाल ने बताया कि मृतक की मां के बयान के आधार पर इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई गई है।