हरियाणा की 'छोरियां छोरों से कम नहीं होती', शनन ढाका बनीं NDA पास करने वाली देश की पहली बेटी
हरियाणा के बेटी नेशनल डिफेंस अकेडमी (एनडीए) की परीक्षा में महिलाओं के पहले बैच में टाप करने वाली शनन ढाका देश की पहली लड़की बनी हैं। अब तीन साल से पुणे स्थित प्रशिक्षण संस्थान में ट्रेनिंग करेंगी और उसके बाद एक साल तक भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में प्रशिक्षण लेंगी।
रोहतक, जागरण संवाददाता। नेशनल डिफेंस अकेडमी (एनडीए) की परीक्षा में महिलाओं के पहले बैच में टाप करने वाली रोहतक की बेटी शनन अब तीन साल के लिए पुणे स्थित खडगवासला में ट्रेनिंग करेंगी। शनन को सेना में जाने के लिए अनुकूल माहौल उनके परिवार और मिलट्री स्कूल से ही मिला। शनन ढाका मूल रूप से रोहतक के सुंडाना गांव की बेटी है लेकिन परिवार अब चंडीगढ़ में रहता है।
रोजाना 10 से 12 घंटे की टेस्ट की तैयारी, हासिल किया मुकाम
शनन बताती है कि एनडीए टेस्ट पास करने के लिए उन्होंने रोजाना 10 से 12 घंटे तैयारी की। उन्होंने पिछले 10 साल के पेपर भी साल्व किए। जिसके चलते देश भर में यह मुकाम हासिल किया है। एनडीए के पहले महिला बैच में टाप कर शनन ने देश में इतिहास रच दिया है। अब तीन साल से पुणे स्थित प्रशिक्षण संस्थान में ट्रेनिंग करेंगी और उसके बाद एक साल तक भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में प्रशिक्षण लेंगी।
परिवार और स्कूल में मिला सेना में जाने के लिए अनुकूल माहौल
शनन को भारतीय सैना में जाकर देश की सेवा करने का जज्बा उनके परिवार से ही मिला। उनके दादा चंद्रभान आर्मी में सूबेदार के पद से सेवानिवृत हैं और पिता विजय कुमार ढाका आनरेरी नायब सूबेदार के पद से सेवानिवृत हैं। शनन की बड़ी बहन जाेनन भी सेना में नर्सिंग आफिसर की तैयारी कर रही हैं। शनन के मुताबिक उनकी पढ़ाई आर्मी पब्लिक सकूल में हुई है।
12वीं की परीक्षा उन्होंने साइंस संकाय से की। जिसमें उनके पास फिजिक्स, कैमेस्ट्री, मैथ व कंप्यूटर साइंस विषय रहे। पढ़ाई में उनकी बड़ी बहन ने उनकी तैयारी में बहुत सहयोग की। सेना में जाने की प्रेरणा उन्होंने परिवार से ही मिली। दादा और पिता के सेना में होने चलते उनको देखकर ही सेना में जानने की इच्छा होती तो मां गीता व चाची सुमन उनको प्रेरित करती थी। इसके साथ ही वे उनको सहयोग भी करती रही हैं।
डा. कलाम हैं शनन के आदर्श
देश में इतिहास रचने वाली शनन के आदर्श मिसाइल मैन के नाम से मशहूर भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम हैं। शनन बताती हैं उन्होंने उनकी जीवनी पढ़ी है। वे देश के लिए प्रत्येक कार्य को पूरी लगन और मेहनत से करते थे। सभी का पूरा सम्मान करते थे। खुद के प्रति, समाज और राष्ट्र के प्रति पूरी तरह से ईमानदार रहे। खुद की मेहनत के बल पर आम बालक से लेकर देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचे। उनकी इन्हीं खूबियों के कारण ही वे उनके आदर्श हैं।