शिक्षक की Facebook ID हैक कर मांगे रुपये, परिचितों को 45 हजार रुपये की लगी चपत
साइबर अपराधी लोगों के फेसबुक अकाउंट हैक कर फेसबुक फ्रेंड को मजबूरी होने की बात कह रुपये मांगते हैं। फोन पर बात नहीं कर पाने की बात भी कहते हैं। बहुत से लोग झांसे में आ जाते हैं।
मंडी आदमपुर/हिसार, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौर में लोग घरों में बैठकर सोशल मीडिया का उपयोग ज्यादा कर रहे हैं। कई लोग अलग-अलग एरिया में फंसे हुए हैं और पैसों की तंगी से भी गुजर रहे हैं। इसी बात का फायदा उठाकर कुछ हैकर ऑनलाइन पैसों की ठगी कर रहे हैं। शातिर फेसबुक आइडी को हैक कर फ्रेंड लिस्ट में शामिल परिचितों को मैसेज कर उनसे पैसों की डिमांड करते हैं।
सीधा पैसा मांगने के पहले अन्य मुद्दों पर चेटिंग करते हैं और फिर कुछ मुश्किल बताकर पैसा मांग लेते हैं। वह भी ऑनलाइन गूगल पे, फोन पे, पेटीएम के जरिए। आदमपुर में ही इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। आदमपुर माडल टाऊन निवासी शिक्षक राजीव शर्मा ने बताया कि 17 अप्रैल शाम को साइबर ठगों ने उनकी फेसबुक आइडी हैक कर ली और मजबूरी बताकर सुबह वापस पैसे लौटाने की बात कहते हुए परिचितों से 25 हजार रुपये की डिमांड की।
फ्रेंड लिस्ट में शामिल गांव कोहली निवासी मनदीप कोच ने 20 हजार व 5 हजार करके टोटल 25 हजार रुपये और भट्टू के जयदेव भारद्वाज ने 20 हजार रुपये शातिर द्वारा बताए गए गूगल पे अकाउंट पर ट्रांसफर कर दिए। जयदेव ने पहले 10 रुपये भेजकर शातिर से अकाऊंट सही होने का पूछा। बाद में शातिर के हां कहने पर 19 हजार 990 रुपये ट्रांसफर कर दिए। जयदेव ने पैसे ट्रांसफर करने के बाद शिक्षक राजीव शर्मा से फोन कर मजबूरी पूछी तो आइडी हैक होने का पता लगा। वहीं क्रांति चौक के पास ज्वेलर मनीष सोनी ने बताया कि उनके बंद पड़े फेसबुक अकाउंट को ठगों ने हैक कर जानकारों से पैसे मांगने शुरू कर दिए। बाद में लोगों के फोन आने पर आइडी हैक होने का पता लगा। बाद में उन्होंने इस तरह के नंबर पर पैसे ना देने का सभी को मैसेज भेजा।
क्या बोले आइटी एक्सपर्ट
आइटी एक्सपर्ट नीरज सैनी व आनंद शर्मा का कहना है कि अकाउंट की सुरक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है। कभी किसी भी प्रकार के नोटिफिकेशन, फ्रेंड रिक्वेस्ट को बिना पढ़े उसे जोड़े नहीं। कई लोगों की अंग्रेजी अच्छी नहीं होती फिर भी वे अंग्रेजी भाषा में फेसबुक चलाते हैं और कई दफा नोटिफिकेशन पढ़ नहीं पाते और गलती हो जाती है। इसलिए जो भाषा आती है उसी भाषा में फेसबुक चलाएं। कोई पैसे मांगता है तो पहले उससे फोन पर पूरी जानकारी लें।